पुटमेतत् सुपुष्टितम्
विषयः. | पुटसङ्ख्या. | |
रसवदाद्यलङ्कारनिरूपणम् | ... ... ... | 1 |
१०५ रसवदलंकारसरः | ... ... ... | 3 |
रसस्य रसाङ्गत्वे उदाहरणम् | ... ... | ,, |
,, भावाङ्गत्वे ,, | ... ... | 4 |
१०६ प्रेयोऽलंकारसरः | ... ... ... | 6 |
१०७ ऊर्जस्व्यलंकारसरः | ... ... ... | ,, |
१०८ समाहितालंकारसरः | ... ... ... | 9 |
१०९ भावोदयसरः | ... ... ... | ,, |
११० भावसन्धिसरः | ... ... ... | 10 |
१११ भावशबलतासरः | ... ... ... | 11 |
प्रमाणालंकारनिरूपणम् | ... ... ... | 12 |
११२ प्रत्यक्षसरः | ... ... ... | ,, |
११३ अनुमानसरः | ... ... ... | 14 |
११४ उपमानसरः | ... ... ... | 26 |
११५ शब्दप्रमाणसरः | ... ... ... | 27 |
श्रुतिरूपशब्दप्रमाणम् | ... ... ... | 28 |
श्रुतेरर्थान्तरकल्पनेन प्रमाणयोपन्यासे चारुतातिशयः | ... | 29 |
स्मृतिरूपशब्दप्रमाणम् | ... ... ... | 32 |
पुराणरूपशब्दप्रमाणम् | ... ... ... | 35 |
व्याकरणरूपशब्दप्रमाणम् | ... ... | 36 |
न्यायरूपशब्दप्रमाणम् | ... ... | 54 |
पूर्वमीमांसान्यायरूपशब्दप्रमाणम् | ... ... | 55 |
छन्दोरूपशब्दप्रमाणम् | ... ... ... | 56 |
ज्योतिषरूपशब्दप्रमाणम् | ... ... | 57 |
आचाररूपं प्रमाणम् | ... ... ... | 59 |