पुटमेतत् सुपुष्टितम्
iv
विषयः. | पुटसङ्ख्या. | |
आत्मतुष्टिरूपं प्रमाणम् | ... ... ... | 60 |
श्रुतिलिङ्गरूपं मीमांसकोक्तं प्रमाणम् | ... ... | ,, |
११६ अर्थापत्तिसरः | ... ... ... | 70 |
११७ अनुपलब्धिसरः | ... ... ... | 81 |
११८ संभवसरः | ... ... ... | 82 |
११९ ऐतिह्यसरः | ... ... ... | 83 |
१२० संसृष्टिसरः | ... ... ... | 84 |
१२१ संकरसरः | ... ... ... | 87 |
चतुर्धा संकरः | ... ... ... | ,, |
१. अङ्गाङ्गिभावसंकरः | ... ... ... | ,, |
२. समप्राधान्यसंकरः | ... ... ... | 93 |
३. संदेहसंकरः | ... ... ... | 98 |
४. एकवाचकानुप्रवेशसंकरः | ... ... | 113 |
संकराणामपि संकराद्विच्छित्तिविशेषः | ... ... | 168 |
१२२ शब्दालंकारसरः | ... ... ... | 171 |
छेकानुप्रासः | ... ... ... | 172 |
वृत्त्यनुप्रासः | ... ... ... | 173 |
लाटानुप्रासः | ... ... ... | 174 |
यमकम् | ... ... ... | 178 |
यमकप्रभेदाः | ... ... ... | 179 |
श्लोकावृत्तिः | ... ... ... | ,, |
अर्धावृत्तिः | ... ... ... | 181 |
पादावृत्तिः | ... ... ... | 186 |
पादभागावृत्तिः | ... ... ... | 187 |
संकीर्णभेदप्रकाराः | ... ... ... | 188 |
मध्यभागयमकम् | ... ... ... | 205 |
संकीर्णयमकभेदाः | ... ... ... | 219 |
पादभागप्रातिलोम्यावृत्तिः | ... ... | 223 |
अर्धस्य प्रातिलोम्येनावृत्तिः | ... ... | 224 |