सामग्री पर जाएँ

शङ्कराचार्यविरचितानि स्तोत्राणि (प्रथमः भागः)

विकिस्रोतः तः
शङ्कराचार्यविरचितानि स्तोत्राणि (प्रथमः भागः)
शङ्कराचार्यः
१९१०
॥ श्रीः ॥ विषयानुक्रमणिका
  पृष्ठम्
गणेशपञ्चरत्नम् (मूलसहितम्)   ०१
गणेशभुजङ्गम् (मूलसहितम्)   ०३
सुब्रह्मण्यभुजङ्गम् (मूलसहितम्)   ०६
शिवभुजङ्गम् (मूलसहितम्)   १५
शिवानन्दलहरी   २६
शिवपादादिकेशान्तवर्णनस्तोत्रम्   ५२
शिवकेशादिपादान्तवर्णनस्तोत्रम्   ६३
वेदसारशिवस्तोत्रम् (मूलसहितम्)   ७१
शिवपराधक्षमापणस्तोत्रम्   ७४
सुवर्णमालास्तुतिः   ७९
दशश्लोकीस्तुतिः   ९२
दक्षिणामूर्तिवर्णमालास्तोत्रम्   ९५
दक्षिणामूर्त्यष्टकम्   १०२
मृत्युञ्जयमानसिकपूजास्तोत्रम्   १०५
शिवनामावल्यष्टकम्   ११६
शिवपञ्चाक्षरस्तोत्रम्   ११९
उमामहेश्वरस्तोत्रम् (मूलसहितम्)   १२१
सौन्दर्यलहरी   १२५
देवीभुजङ्गस्तोत्रम्   १५१
आनन्दलहरी (मूलसहिता)   १५९
त्रिपुरसुन्दरीवेदपादस्तोत्रम्   १६९
त्रिपुरसुन्दरीमानसपुजास्तोत्रम्   १८६
देवीचतुःषष्ट्युपचारपूजास्तोत्रम्   २१८
त्रिपुरसुन्दर्यष्टमकम्   २३६
ललितापञ्चरत्नम् (मूलसहितम्)   २३९
कल्याणवृष्टिस्तवः (मूलसहितम्)   २४१
नवरत्नमालिका   २४६
मन्त्रमातृकापुष्पमालास्तवः   २४९
गौरीदशकम् (मूलसहितम्)   २५४
भवानीभुजङ्गम्   २५७