पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९७३

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स्वल्पक २ बहुत थोड़ी संख्या में - आहार. (वि० ) बहुत कम खाने वाला। - कंकः, पु० ) क नामक पक्षी विशेष 1-बल ( वि० ) बहुत कमज़ोर 1-विषयः, ( पु० ) १ तुच्छ विषय | २ छोटा भाग | - व्ययः, ( पु० ) बहुत थोड़ा खर्च / --ब्रीड, (वि०) निर्लज्ज | बेहया | बेशर्म || - शरीर, ( वि० ) बौना | हिंगना | स्वल्पक (वि० ) बहुत कम बहुत थोड़ा बहुत छोटा | स्वल्पीयस् (वि० ) बहुत कम । अपेक्षाकृत छोटा । स्वल्पिष्ट (वि० ) सब से छोटा । सब से कम । सद से हस्व । स्वशुर: ( ५० ) ससुर । स्व (स्त्री०) बहिन । वामदाय विभा पुरवेशाभिमुखो बभूव । रघुवंश | "मास्था निर्फ स्वस्थ्ययनं प्रयुज्य " - रघुवंश । +

-दः, भावः, (पु० ) शिवजी का नामान्तर । -मुखः, ( पु० ) अथर। वर्ण । २ ब्राह्मण ३ बन्दोजन | भाट - वाचनं, - वाचनकं, - वाचनिकं (न०) यज्ञ करने के पूर्व की जाने वाली विधि या क्रिया विशेष २ पुष्पोंद्वारा आशीर्वाद देने का कर्मविशेष | - वाच्यं, (न० ) बधाई। आशीर्वाद स्वादु ( + चिह्न । ) १ विशेष ढंग का राजप्रासाद ६ चौवल के आटे से बना हुआ त्रिकोण के आकार का रूप विशेष | ७ एक प्रकार का पकवान लंपट रलिया 8 लहसन कः, ( 50 ) - कं. (नः : १ राजभवन या देवालय जो विशेष प्रकार का हो और जिसके सामने छजा या गौख हो । २ योगियों का ग्रासन विशेष | स्वस्तिकः ( पु० ) १ शारीरिकचिह्न विशेष जो शुभ- फलदायी माना जाता है। २ कोई भी शुभ पदार्थ | ३ चौराहा | चतुष्पथ | ४ सतिया जैसा सस्त्रीयः स्वस्त्रेयः स्वसृत (वि० ) स्वेच्छागामी । स्वातिः स्वस्कू ( धा० आ० ) [ स्वस्कतें ] देखो "व्वक " | स्वाती } स्वस्त्रीया स्वय } (चि० ) भांजी | बहिन की बेटी । ( पु० ) भाँजा वहिन का बेटा स्वागतं ( न० ) अगवानी। सुखागमन । भला श्राग- ( मन | स्वातंत्र्यं स्वातन्त्र्यं स्नांकिकः ( पु० ) ढोल यजाने वाला । स्वाच्छ् (न० स्वेच्छाचारिता । अपनी इच्छानुसार काम करने की शक्ति हवां मन्त्र स्वस्ति (अव्यया ) सेम, कल्याण, आशीर्वाद और । पुण्य आदि स्वीकार सुचक अव्यय | – स्वाद (० } } खानायक रान करना । ३ प पु० ) १ | २ चखना ( न० ) १ समृद्धि प्राप्ति का साधन | २ मंत्रद्वारा दगी रुचि । उपभोग। ४ सिटास उत्पन्न करना | अनिष्ट दूर करना । प्रायश्चित्त करना । ३ भेंट पाने | स्वादिमन् ( पु० - मधुरिमा | मिठाल | के बाद ब्राह्मण का दिया हुआ आशीर्वाद । स्वादिष्ट (वि०) बहुत मीठा सब से अधिक मीठा स्वादीयस ( वि० ) अपेक्षाकृत मधुर | बहुत मीठा | स्वादु ( वि० ) [ स्त्री० - स्वाड या स्वाद्वी ] : मीठा मधुर। ज्ञायकेदार | स्वादिष्ट | २ मनोश | मनोहर | आकर्षक । प्रिय | ( पु० ) मधुर रस | २ राव | गुड़ | (न० ) मिठास /- अनं, (न०) मिठाई पकवान । - अम्ल ( पु० ) अनार का वृक्ष । -खण्डः ( पु० ) १ मिठाई का टुकड़ा | २ गुड़ का भेजा। - फलं, (न०) बेर का फल । --मूलं, ( न० ) गाजर 1-रसा, ( श्री० ) १] धामड़ा | अत्रातक। २ सतावरी ३ काकोली । ४ मदिरा | ५ अंगूर शुद्धं, ( न० ) सेंधा निमक। समुद्री नोंन । } ( न० ) स्वाधीनता । आज्ञादी 1 ( स्त्री० ) १ सूर्य की एक पत्नी का नाम । २ तलवार | ३ ९क शुभनक्षत्र ४ पन्द्र-