पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/८४१

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शाकं, शाक अनाज की बाल । - मालिन् (वि० ) फसल से सम्पन्न | शालिन्,– सम्पन्न, (वि० ) जिसमें बहुत अनाज हो। – संपद्, ( स्त्री० ) अनाज का बाहुल्य संवरः – संवरः, ( पु० ) साल वृक्ष शाकं ( म० ) ) शाक। सरकारी भाजी | पत्ती (२०}} ( ८३४ पराक्रम । २ जाँय ( पु० ) १ ताकत बल सागोन का पेड़ । जाति विशेष । सिरिस का पेड़ | ४ मानव २ शालिवाहन का शाका। -प्रंग, ( न० ) कालीमिर्च | अम्लं, ( न० ) १ महादा । वृशाम्ल । २ इमली । -आख्यः, (पु०) | सागौन का पेढ़ । – आाख्यं, (न०) शाक | भाजी । चुकिका, ( स्त्री० ) इमली 1 - तरुः, ( पु० ) सागौन का पेड़ – पणः, ( पु० ) १ मान विशेष जो एक हाथभर का होता है। हाथभर २ भाजी / पार्थिवः, (५०) राजा जो अपना शाका या सन् चलाने का शौकीन हो । - योग्यः, ( पु० ) धनिया | धन्याक | - वृक्षः ( पु० ) सगौन का पेड़। - शाकटं, -शाकिनं, (न० ) शाकभाजी का खेत । शाकट (वि० ) [ स्त्री० - शाकटी] १ छकड़ा सम्बन्धी । २ चुकड़े में जाने वाला। शाकटं ( म० ) खेत । क्षेत्र | शाकटायनः ( पु० ) एक बहुत प्राचीन वैयाकरण, जिसका उल्लेख पाणिनि और यास्क ने किया है। शाकटिक (वि० ) [ स्त्री० - शाकटिकी ] चुकड़ा सम्बन्धी छुकड़े में बैठ कर जाने वाला। शाकटीन: ( पु० ) १ गाड़ी का बोझ | २ प्राचीन कालीन एक तौल जो बीस तुला या २ हजार पल की होती थी। ) शाक्तिकः या संशोधित संस्करण जो शाकलों में परम्परा- गत चला आता है। शाकल ( वि० ) [ स्त्री०- शाकली ] शकल नामक द्रव्य सम्बन्धी एक खण्ड या टुकड़ा सम्बन्धी । - प्रातिशाख्यं, ( न० ) ऋग्वेद प्रातिशाख्य का नाम /-शाखा, (स्त्री० ) ऋग्वेद का यह पाठ शाकलः (पु० ) ऋग्वेद की एक शाखा या संहिता या उस शाखा वाले या उस संहिता के मानने वाले । शाकल्यः ( पु० ) एक प्राचीन कालीन वैयाकरण जिसका उल्लेख पाणिनि ने किया है । शाकारी ( स्त्री० ) शकों अथवा शकारों की भाषा, जो प्राकृत का एक भेद है। शाकिनं ( न० ) खेत । क्षेत्र । शाकिनी (स्त्री०) १ शाक या भाजी का खेत । २ दुर्गा देवी की सहचरी । शाकंतलः ( पु० ) शकुन्तला का पुत्र राजा भरत | शाकुन्तलः शाकटः ( पु० ) बैल जो गाड़ी या हल में चला हुआ | शाकुलिकः ( पु० ) धीमर | मछुआ। मछली मारने हो । गाड़ी का बैल । वाला । शाकुन ( वि० ) [ स्त्री०—शाकुनी ] पक्षी सम्बन्धी । २ शकुनसम्बन्धी ३ शुभ | शाकुनिकं ( न० ) शकुनों का फल । शाकुनिकः ( पु० ) चिड़ीमार | बहेलिया । शाकुनेयः ( पु० ) छोटा उल्लू | शाकुंतलं ) ( न० ) कालिदास रचित अभिज्ञान शाकुन्तलं शकुन्तला नाटक | शाकरः ( पु० ) बैल । शाक्तः ( पु० ) शक्ति पुजक । शक्तिउपासक । तत्र प्रद्धति से शक्ति की पूजा करने वाला। [तंत्रपद्धति दो प्रकार की है । एक दक्षिणाचार, दूसरी, वामाचार | वामाचार या वाममागियों की पद्धति में मद्य, मांस, स्त्री आदि का व्यवहार किया जाता है, किन्तु दक्षिणाचार में इन सब अपवित्र वस्तुओं का व्यवहार नहीं किया जाता। शाक्ति ( दि० ) [ स्त्री० – शाक्ती ] बल या शक्ति सम्बन्धी । शक्तिरूपिणी मूर्तिमती देवी सम्बन्धी शाक्तिकः ( पु० ) १ शक्ति का उपासक | २

भालाधारी ।