पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/८४२

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शाक्तीकः ( पु० ) भालादारी । शाक्तेयः ( पु० ) शक्ति-पूजक । शाक्यः (पु० ) एक प्राचीन क्षत्रिय जाति, जो नेपाल की तराई में रहती थी और जिसमें गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। —भिक्षुकः, (३०) बौद्ध भिक्षुक ।-मुनिः, -सिंह: (पु० ) बुद्धदेव के नामान्तर | शाक्तकि शाको (स्त्री० ) : शची २ दुर्गा | शाकरः ( पु० ) बैल | वृषभ । sa शाखा (स्त्री० ) डाली | शाख २ बाँह बाजू | ३ विभाग । ४ किसी शास्त्र या विद्या के अन्तर्गत उसका कोई भेद । ५ सम्प्रदाय | पंथ सिद्धान्त ६ वेद की संहिताओं के पाठ तथा क्रमभेद जो कई ऋषियों ने अपने गोत्र या शिष्यपरंपरा में चलाए --पित्तः, ( पु० ) एक रोग जिसमें हाथ और पैर में जलन और सूजन हो जाती है : --भृगः, ( पु० ) १ वानर बंदर २ गिलहरी । - रण्डः, ( पु० ) वेद विहित कर्मों को अपनी शाखा के अनुसार न करने वाला। अपनी शाखा को छोड़ अन्य शाखा के अनुसार कार्य करने वाला।- रथ्या, ( स्त्री० ) पगडंडी। शाखालः ( पु० ) वानीर। बैत विशेष | . शाखिन् ( वि० ) १ डालियों वाला शाखाओं से युक्त | २ किसी शाखा वाला | वृक्ष | ३ वेद | वैदिक किसी शाखा को मानने वाला । शाखोटः ) शाखोदकः । सिहोर का पेड़ | पीतवृत ' शांकर: ) शाङ्कर) शांकरिस ) ( पु० ) १ कार्तिकेय का नाम गणेश शाङ्करि ) जी का नाम | ३ आमीर । i शाटः शादी। ( पु० ) बैल | वृषभ । शांखिकः } (पु० शालिकः । चीजें जाति ।३ शङ्ख बजाने वाला। १ वस्त्र । २ कुर्ती । जाकट | . ) १ शङ्ख को काट कर शङ्ख की बनाने वाला | २ एक वर्णसङ्कर i

शाटकं ( न० ) । शाटक ( पु० ) शातन ) वस्त्र कपड़ा। कुर्मी (न० ) बेईमानी । घोम्बाघड़ी करट | जाल दुष्टा गास ( वि० ) [ स्त्री० -शाणी ] सन का जाकट : चालाकी । मन का पट शा] ( न० ) सन का वस्त्र सनिया मोटा कपड़ा । शागः ( उ० ) १ कसौटी का पत्थर २ मान रखने वाला पत्थन ३ आरा ४ चार माशे की तौल । -प्राजीवः ( पु ) कवचधारी | शाणिः ( पु० ) सन जिसके देशों से बन बनाया शाणित (च० ) शान रखा हुआ। बाड़ रखा हुआ पैनाया हुआ। शादी (स्त्री० ) १ कसौटी | २ शान का पत्थर ३ श्रारा ४ पटम्पल का बना वस्त्र २ फटा कपडा | ६ छोटी कनात या तंबू | हाथ या मटकौवल । शाणीरं (न० ) सोन नदी का तट | सोन नदी के बीच में स्थित भूभाग | शाण्डिल्यः (पु० ) भक्ति शास्त्र को बनाने वाले एक सुनि | गोत्र प्रवर्तक एक ऋषि | २ विल्ववृक्ष । ३ अग्नि का रूप विशेष 1- गोत्रं, ( न ) शारिडल्य गोत्र वाले ! शात ( ३० कृ० ) १ शान पर चढ़ा हुआ। पैना । २ पतला | दुबला | ३ निर्बल 1 कमज़ोर | ४ सुन्दर | मनोहर | प्रसन्न। शातं ( न० ) धतूरा वृक्ष शातः ( पु० ) धानन्द । हर्ष आह्लाद । -उदगे, ( स्त्री० ) पतली कमर वाली (~शिख, (वि० ) पैनी नौंक वाला । शातकर्म } (न० ) १ सोना । २ धतूरा । शातकुम्भं शातकौमं ( न० ) सुवर्ण | सोना । • शातनं ( न० ) १ छोटा करना तेज़ करना । २ विनाशन |