पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/८२९

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रायु शंयु ( वि० ) प्रसव | समृद्धिवान् । शंव: ( 30 ) १ हलचालन २ इन्द्र का यज्र | रे खल्ल के दस्ते का लोहे वाला डाय भाग । शंस (धा० प० ) [ शंसति ग] प्रशंसा करना २ कहना। वर्णन करना प्रकट करना। ३ प्रदर्शित करना ४ दुहराना। पाठ करना | १ अनिष्ट करना घायल करना | ६ गाली देना अकोसना । १ ८२२ ) शंसनं ( न० ) १ प्रशंसाकरण ३ कधन करना । वर्णन करन३ पाठ करना । शंसा ( स्त्री० १ प्रशंसा । २ अमिलाप | इच्छा | ३ पुनरावृत्ति वर्णन | शंसित ( व० ० ) १ प्रशंसित | २ कथित घोषित ३ अभिपित । ४ निश्चित निरित विचारित। 3 मिथ्या दोष लगाया हुआ । कूठा इलज़ाम लगाया हुआ। शंसिन् ( वि० ) १ प्रशंसन २ कथन | ३ प्रकटन | ४ भविष्यत्कथन | शक् (धा० प० ) [ शक्दोनिशक्त ] योग्य होना । सकना करने की शक्ति रखना | २ सहना । सहन करना ३ शक्तिमान होना । शकुतः, शकुन्तः की उपाधि ( स्त्री० ) रोहिणी नक्षत्र । --विलः, (पु० ) जलकुकुट जातीय पक्षी विशेष | शकटिका ( स्त्री० ) छोटी गाड़ी । गाड़ी का खिलौना । शकन् ( न० ) विष्ठा मल विशेष कर पशुओं का शकलः (५०१ भाग | । हिस्सा टुकड़ा | २ छाल | ३ मड़ली फा काँटा । शुकलित (दि०) टुकड़े टुकड़े किया हुआ, खण्ड खण्ड शकः ( पु० ) १ एक प्राचीन राजा का नाम । विशेष कर शाजिवाहन का । २ शालिवाहन का चलाया शक (==वत्सर गणना। ) [ ईसा सन् के ७८ बर्ष पीछे शक संवत्सर का थारम्भ होता है । ] शका: ( पु० बहु० ) : एक देश का नाम | २ एक जाति विशेष का नाम :- अन्नकः, अरिः, ( पु० ) विक्रमादित्य की उपाधि, जिसने इस जाति का उन्मूलन किया था। अब्दः ( पु० ) शालिवाहन का चलाया संदरसर ।-कर्तृ, कृत् ( पु० ) संवस्पर विशेष का चलाने वाला 19 किया हुआ | | शकलिन् ( पु० ) मछली | शकार: ( पु० ) १ अनूढ़ा भ्रातृ । राजा की रखैल या बिन च्याही श्री का भाई। साहित्य दर्पणकार ने "अनूढा भ्राता" की परिभाषा इस प्रकार दी दत भयानडुक्तः । तः या प्रकार | नाटक की भाषा में शकार मूर्ख, चंचल, अभिमानी, नीच तथा कठोर हृदय का दिखलाया जाता है। शकुनं (न०) १ सगुन शुभसूचक चिह्न या लक्षण । किसी कार्य के समय दिखलाई देने वाले लाग्य जो उस काम के सम्बन्ध में शुभ या अशुभ की सूचना देते हैं। -ज्ञ, (वि० ) शकुनों को जानने वाला 1~शास्त्रं, (न०) एक ग्रन्थ विशेष जिसमें शकुनों पर विचार किया गया है। शकुनः ( पु० ) १ पक्षी | चील । गिद्ध शकुनिः ( पु० ) १ पक्षी | २ गीध | चील | उकाव । ३ मुर्गा | ४ गान्धारराज सुबल के एक पुत्र का नाम जो धृतराष्ट्र की पत्नी गान्धारी का भाई और दुर्योधन का मामा था । —ईश्वरः (पु० ) गरुड़ का नाम। प्रपा, ( स्त्री० ) कंदा जिसमें पक्षियों के पीने के लिये जल भरा जाय । --वादः, (पु०)

चिड़ियों की बोली । २ सुर्गे की याँग ।

शकुनी ( न० ) १ श्यामा पछी २ गौरैया पक्षी ३ पुराणानुसार एक पूतना का नाम जो घड़ी क्रूर और भयर कही गयी है। शुश्रुत के अनुसार } सैन्य शकट: (१०) ) व्यूह विशेष ३ तौल विशेष जो चुकड़ा भर या २००० पल्लों भर की होती थी। एक दैत्य का नाम जिसका बध श्री कृष्ण ने किया शकंतः ) (०) १ पछी । चिड़िया । २ नीलकण्ठ । था। २ तिनिश वृत/अरिः, हन् (१०) श्रीकृष्ण पक्षी | ३ पक्षीविशेष | एक प्रकार का बालग्रह |