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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७५२

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NOVINK चल्गुलिका ( sek ) चशिना चल्गुलिका (स्त्री०) १ कई रंग का पतंग किल्लता कुञ्ज सतामण्डप + कीट; जिसका दूसरा नाम तैज्ञपायी है | २ मंजूपा | पेटीन पिटारा। पवन ३ मंजरी अजुताखेत २ गस्तान !

वन ३ वल्लूर: ( पु० ) मूला मौस। २ जंगढ़ी शूकर का माँस । Prisma 1 पल्लू ( था० था० ) (वल्भते ) १ खाना महरा करना । afora ) jि (पु० न० ) वल्मोक 1 चमी (स्त्री० ) चेंटी। --कूटं, ( म० ) दीमकों का लगाया हुआ मिट्टी का ढेर ( पु० ) ) दीमकों का बनाया हुआ मिट्टी वलीकः (न० ) ) का ढेर। विमौट ! (पु०) शरीर के कतिपय अंगों की सूजन। फीलपा का रोय २ धादि कवि वाल्मीकि -- शीर्ष (२०) सुर्मा विशेष बालसुमः । स्रोतावन वल्युत (घा०प० ) [ बल्कुलपति ] वल्पू । डालना २ एवियं करना । घल्लू (घा० प्रा० [ वल्लते ] १ ढकना | २ ढका | जाना। ३ गमन करना । 3 चल्लभ (वि० ) १ प्यास | वाञ्छनीय | २ सर्वोपरि । वल्लभः (पु०) 5 प्रेमी। पति । २ चहीता। प्रेमपात्र । ३ अध्यक्ष पर्यवेक्षक ४ मुख्य या प्रधान ग्वाला या गोप २ शुभलक्षण युक्त अव या घोड़ा।-- प्राचार्यः, (पु० ) चार वैष्णव सम्प्रदायों में से एक सम्प्रदाय के प्रवर्तक आाचार्य का नाम । पालः, (पु० ) घोड़े का सईस वल्लभावित ( न० ) रतिक्रिया का आसन विशेष । } वहरिः } ( स्त्री० ) १ लता ! बेल । २ मंजरी । चल्लरी चाहना : २ कायृ में आया हुआ। अधीन । २ आज्ञानुवर्ती फर्मावदार हुआ | नम्र किया हुआ : २ वश में किया हुआ अनुग, व्याकर। नौकर नीचा दिखलाया जादू टोना से -- जतिन, (पु०) - (पु० ) सूंस | क्लः (पु० ) चादर उधार | गिलाफ | २ तीन शिशुमार : --गा, (स्त्री० ) आज्ञाकारिणी स्त्री | घुंचची के बराबर की तौल ? ३ दूसरी तौल जिसमें | वशं ( 50 ) } १ इच्छा | कामना । अभिलाषा एक या डेद धुंधची पणती है। ४ वर्जन | निषेध | वल्लकी (स्त्री० ) वीणा। बीन। वशः ( न० ) ) सङ्कल्प २ शक्ति प्रभाव नियंत्रण | प्रभुत्व स्वामित्व अधिकार वशवर्तित्व। अधीनताई । ३ उत्पत्ति । वशः ( पु० ) रंडियों का चकला। रंडीखाना। वशंवद (वि.) १ वशीभूत वशवर्ती २ आज्ञाकारी । दास | वल्लवः (५०) [ स्त्री० -वल्जवी ] देखो वल्लचः । वल्लिः (स्त्री०) १ बेळ । २ मिट्टी | चूर्वा, (स्त्री०) एक प्रकार की घास 4 वल्ली (स्त्री० ) १ वेल) खता 1-जं, (न० ) मिर्च-वृत्तः (पु० ) साल का पेड़ | यीशन जंगल सूखी मछली | वरं ( ० ) १ उपवन: २ गल्तान यजुता खेत । 4 A वह ( धा० था० ) [ बहनें ) १ प्रसिद्ध होना।२ ढकना ३ भारना चोटिल करना ४ दोजना | २ देना । वहिक चहक ) चश (धा० ( श्री. ) पतिक वही उशित म० ) [ वा अनुकंपा करना ३ चसकता ! वश / वि० ) १ वशका ( स्त्री० ) आज्ञाकारिणी स्त्री : वशा ( स्त्री० ) १ और २ पत्नी २ की ४ 1 ननद । पति की वहिन ५ गौ । ६ वांझ स्त्री । ७ गौहथिती। वशिः ( पु० ) 1 अधीनताई। २ मनमोहकता । (न०) बशिस्व वशिक (वि० ) शून्य रहित रीता खानी।

वशिका (स्त्र० ) अगर की लकड़ी ।

- वशिन् (वि० ) [ स्त्री- वशिनी ३१ ताकतवर | २ अधीन। ३ इन्द्रजीत वशिनी (स्त्री० ) शमी या बँकुर का पेड़ | सं० श००-१४