पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७०७

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रत्र, रन्ध्र रंध्रं ) (न०) १ छेद सुराख गुफा २ गहर। सन्धि र १२ कमकोर स्थल। वह स्थल जिस पर आक्रमण किया जा सके। ऐव त्रुटि अपूर्णता -वज्रः, ( पु० ) चूहा मंसा । -वशः, (पु० ) पोखा, रभू ( चा० आम० ) [ रमते; ख्ध ] श्रारम्भ करना। प्रारम्भ करना । ( ७०० ) रभस् ( न० ) 1 पुन | उस्साह । २ ताकत । जोर । रभस (वि० ) 1 | भयानक १२ ताकतवर प्रचण्ड ! उस्कण्ठित उत्सुक रमसः ( पु० ) १ उग्रता | जयरदस्ती | थरजोरी । उतावलापन | वेग २ जनुबाजी ३ क्रोध । रोष | ४ खेद | शोक ! ५ हर्ष । धानन्द । रम् (धा० आश्म० ) [ रमते ] १ प्रसन्न होना । २ खेलना क्रीडा करना । ३ मैथुन करना | ४ बना रहना ठहरना टिकना । रम (वि० ) प्रसनकारक | आनन्ददायी । रमः ( पु० ) हर्ष भानन्द | २ प्रेमी | आशिक । पति । ३ कामदेव | रमउं ( न० ) हींग - ध्वनिः, ( पु० ) हींग | - रमण ( वि० )[ स्त्री० - रमणी] आनन्ददायी। प्रसन्नकारक | मनोहर । रमणं ( न० ) १ फ्रीड़ा । २ आमोदप्रमोद | ३ प्रीति मैथुन ४ श्रानन्द | ५ कूल्दी कमर | रमणः (१० ) १ प्रेमी। पति । श्रीतम | २ कामदेव ३ गधा | रासभ ४ अण्डकोश रमणा } १ एक सुन्दरी युवती स्त्री । २ यिनुमा । रमणी पत्नी । रमणीय (वि० ) सुन्दर । मनोहर । रमा ( श्री० ) पत्नी स्वामिनी । २ लक्ष्मीजी का माम | ३ धन सम्पत्ति |--कान्तः - नाथः-- पतिः, (पु०) विष्णु वेष्टः (पु० ) तारपीन । चन्दन विशेष इसीसे तारपीन का तेल निकलता रंभा रम्भा ( स्त्री० ) १ केले का पेड़ | २ गौरी का नाम ३ एक अप्सरा का नाम यह नलकूबर की पत्नी है। इससे बढ़कर सुन्दरी अप्सरा इन्द्रलोक में दूसरी नहीं है। रश्मिः रम्य (वि० ) मनोहर । सुन्दर । रस्यः ( पु० ) चम्पा का पेड़ | रम्यं ( न० ) वीर्य | रयू (था० आत्म० ) [ रयते, रथित ] जाना । गमन करना । रयः ( पु० ) १ बेग | तेज़ी का प्रवाह | धारा २ रफ़्तार | गति । ३ उत्साह धुन । 1 रक्लकः ( पु० ) १ कंवल अनीवत्र २ पलक | युवतिरस भएखसमाइतो । भवति को म युवा गतचेतनः ॥" ३ हिरन । रवः (पु० ) १ चीख । गर्ज। नाद | २ गान। ( चिड़िया का ) चहकना। ३ खड़बड़ी | ४ शोर । रवण ( वि० ) १ चिल्लाने वाला नाद करने वाला। गर्जने वाला २ शब्दायमान | ३ तीषण | उच् ४ चपल | चञ्चल | रवणः ( पु० ) १ ऊँट २ कोयल। रवणं ( न० ) पीतल काँसा फूल | 1 रविः (पु० ) सूर्य । -कान्तः, (पु० ) सूर्यकान्त । प्रातिशी शीशा-~-तनयः पुत्रः, (पु०) -सुनुः, ( पु० ) १ शनिग्रह | २ कर्ण | २ -वालि । ४ चैवस्वत मनु | ५ यमराज | ६ सुग्रीव | -दिनं, (न० ) - वारः, ( पु० ) - वासरा, ( पु० ) - वासरं, (न० ) रविवार | इतवार । -संक्रान्तिः, ( स्त्री० ) सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में गमन । सूर्यसंक्रमण । J रशना ? ( श्री०) १ रस्सी डोरी २ रास लगाम । रसना । ३ पटका कमरबंद कमरपेटी । ४ जुयान जीम - उपमा, ( स्त्री० ) उपमा विशेष जिसमें उपमाओं की श्रृङ्खला बँधी रहती है तथा पूर्वकथित उपमेय आगे चल कर उपमान होता जाता है। इसको गमनोपमा भी कहते हैं। रश्मिः ( पु० ) १ डोरी | रस्सी रस्सा २ रास | लगाम । ४ अङ्कुश । चाबुक | ४ किरण - कलापः, (पु० ) ५४ लड़ियों का मोतीहार।