पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६१७

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

भाडिक भाडिक ( पु० ) भाडिकः ( पु० )नाई । हज्जाम भांडिलः ( पु० ) भांडिलः ( पु० ). भांडिका ) ( खी० ) छौजार लोखन थरतन भारिडका भांडा भारिडनी } ( श्री॰ ) पेटी । टोफरी | भाइडतरः } ( पु० ) बट वृक्ष । बरगद का पेड़ । भात ( ० ० ) चमकीला चमकदार भातः ( पु० ) प्रभात | भोर। भातिः ( स्त्री० ) चमक प्रकाश आभा दमक । २ ज्ञान | प्रतीति । भातुः (पु० ) सूर्य । भाद्रः (g० ) एक मास का नाम भावों का भाद्रपद: 5 महीना | भाद्रपदाः ( स्त्री० बहु० ) २२ वें और २६ वें नक्षत्रों का नाम । पूर्वाभाद्रपदा और उत्तराभाद्रपदा । ( स्त्री० ) भादों महीने की पूर्णमासी । भाद्रमातुर: ( पु० ) नेक माता का पुत्र । भानं ( न० ) १ प्रकटन प्रादुर्भाव दृष्टिगोचर होना। २ प्रकाश आभा ३ ज्ञान प्रतीति । भाद्रपदी भाद्री भानुः (पु० ) राजा बादशाह 1- प्रकाश धामा चमक | २ ४ सौन्दर्य । २ दिवस । ६ ७ शिव । ( स्त्री० ) सुन्दरी स्त्री केशरः - केसरः, (पु० ) सूर्य- जः - ( पु० ) शनिग्रह 1 - दिनं, ( न० ) वारः, ( पु० ) रविवार इतवार भानुमत् (चि० ) १ चमकीला सुन्दर मनोहर । ( पु० ) सूर्य । भानुमती (स्त्री० ) दुर्योधन की स्त्री का नाम । मामः ( पु० ) १ धमक। आभा २ सूर्य | ३ कोप रोष ४ बहनोई। भगिनीपति । मामा (श्री० ) १ क्रोध करने वाली स्त्री र सत्य भामा जो श्री कृष्ण की पतियों में से एक भी। प्रकाशमान । २ | 1 किरण ३ सूर्य भारती भामिनी ( स्त्री० ) १ कामिनी । सुन्दरी युवती स्त्री २ क्रोधना श्री । "उपवयत सव का घमा परितो मिते व्यस्य भिरयं ।" भामिनीविलास । भारः : पु० ) १ बोक २ झोक । प्रचण्डता। (यथा युद्ध की ) ३ अतिशयता ४ श्रम परिश्रम । आयात | ५ बड़ी मात्रा । ६ तौल विशेष | ७ जुधां (उस गाड़ी का जो बोझ ढोने के लिये हो ।) -कान्त (वि० ) बोझ से दवा हुआ। --उद्दहः, (वि० ) कुली मजदूर बोका उठाने वाला।-उपजीवनं, (न०) बोझ ढोकर और उसकी आमदनी से भाजीविका चलाने वाला 1-यष्टिः ( पु० ) वह बल्ली जिसमें लटका कर भारी सामान ढोया जाता है।-वाह, (वि० ) { स्त्री० -मरोही ] बोझ ढोने वाला। - वाहः, ( पु० ) श्रेोकं ले जाने वाला । कुली । -वाहनः, ( पु० ) जानवर जो थोझा ढोवे - वाहिकः, (पु० ) कुली । हम्माल /-सह, ( वि० ) जो भारी बोका उठा सके अतपुव बड़ा मजबूत या ताकतवर 1-हर, -हारः ( पु० ) कुली । हम्माल |~हारिन, ( पु० ) कृष्ण का नामान्तर | भारंड: ) ( पु० ) पक्षी विशेष, जिसे आज तक भारण्डः / किसी ने नहीं देखा। इसको भादंड, या भारुण्ड, भी कहते हैं। भारत ( वि० ) [ स्त्री०- भारती ] भरत का वंशज या भारत का । भारतं ( न० ) भारतवर्ष । हिन्दुस्थान २ महा- भारत ग्रन्य जिसमें मुख्यतः कौरव और पारडयों के प्रसिद्ध युद्ध का वर्णन है। भारतः ( पु० ) १ भरतवंशज । २ भारतवर्षवाली । ३ नट अभिनय करने वाला; भारती ( श्री० ) १ वाणी। स्वर | शब्द | वाग्मिता | २ वाणी की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती ३ रचना शैली विशेष यथा-