भैय्या शैय्या (स्त्री० ) दासी । चाकरानी । प्रोत ( ० ० ) का हुआ । नियत किया हुआ ( ५७६ ) ठहराया हुआ। ! 7 प्रोक्ष ( न० ) १ मार्जन | २ जल छिड़क कर पवित्र करना | ३ यज्ञ में वध के पूर्व यज्ञीय पशु पर जब छिड़कना प्रोत्कुष्टं ( ० ) कोलाहल शोरगुल । मुलगपाड़ा । प्रोत्खात (३० कु० ) खुदा हुआ। प्रोत्तुङ्ग (वि० ) बहुत ऊँचा अतिशय लँवा । कुन (चि० ) फैला हुआ। जिला हुआ। प्रोत्सारणं (न०) पिना पीछा छुड़ाना | इटा देना निकाल देना। १ स्थानान्तरित किया हुआ। प्रोत्सारित ( व० कृ० निकाला हुआ हटाया हुआ। २ आगे बढ़ाया 1 क्षण (स्त्री० ) १ यह पवित्र जल जो मार्जन के लिये या छिदकने के लिये हो २ वह पात्र जिसमें प्रोक्षण के लिये जल रखा जाता है। प्रोणीपात्र | प्रोक्षणीयं (न० ) प्रक्षण के लिये जल प्रोक्षित (व० ० ) जल के मार्जन से पवित्र किया हुआ। २ बलिदान के पूर्व जल से छिका हुआ। प्राच्चण्ड } (वि० ) अतिशय भयानक । प्रौच्छित् ( ३० कृ० ) ऊंचा लंबा उसत प्रौज्जासनम् ( न० ) वध | हत्या | भोजनम् ( न० ) त्याग विराग प्रोत ( ३० कृ० ) त्यागा हुआ 1 } वाला । -- प्रोच्चैस् (अन्यथा० ) १ अतिशय उपयस्वर से 1२ 1 अतिशय अधिकता में। प्रोथ् (धा०] उभच० ) [ प्रोथति-प्रोथते ] समान होना। बरावरी करना । २ योग्य होना । ३ परिपूर्ण होता | प्रोथ ( वि० ) १ विख्यात प्रसिद्ध २ स्थापित ३ यात्रा करने वाला। ! वैराग्य छोड़ा हुआ | नम् ) ( न० ) पोंछ डालना। मिटा डालना। प्रोदनम् २ अवशिष्ट को चीन लेना। प्रोनि (वि० ) उड़ा हुआ उद गया हुआ। छोड़ प्रोढि } देखो "प्रौढ, प्रौढि।” प्रोत ( ष कृ० ) १ सिला हुआ। टाँका लगा हुआ। २ ओत् का उलटा लंबा था सीधा फैला हुआ। २ बंधा हुआ। गसा हुआ ४ विधा हुआ थार पार छिपा हुआ गुज़रा हुआ निकला हुआ ६ जड़ा हुआ बैठाया हुआ। प्रोतं ( न० ) बुना हुआ वस्त्र | प्रशित प्रोत + उत्सादनं (न०) (= प्रोतोत्सादनं ता २ खींमा। तंबू | पटगृह 7 हुआ। ३ त्यागा हुआ प्रोत्साहः ( पु० ) उमङ्ग अतिशय उत्साई २ शह देने बाजा । प्रोत्साहकः ( पु० ) उकसाने वाला उत्तेजन देने उकसाने वाला प्रोधं ( न० ) प्रोयः ( पु० ) २ गया। गर्त गर्भाशय । प्रथिन् (पु० प्रोधुड ( ३० कृ० ) १ प्रतिध्वनित | प्रतिशब्दाय मान २ कोलाहल करना। १ घोड़ा का नधुना । शूकर का यूथन (पु०) १ कमर चूतड़ | । ३ वस्त्र । पुराने वस्त्र । ४ ( ० ) प्रोघोषणा (स्त्री० ) | बोलना । ) १ घोषवा | २ उचस्वर से प्रोद्दीप्त (च० कृ०) भाग लगाया हुआ जलता हुआ। धधकता हुआ | प्रोद्धिन (च० ० ) उगा हुआ। २ फोड़ कर निकला हुआ। प्रोद्भुत (व० ० निकला हुआ। उगा हुआ। प्रोद्यत (व० कृ० ) १ उठा हुआ । २ क्रियावान् । परिश्रमी 1 मोद्वाह (१० ) विवाह । प्रोत्कण्ड ( वि० ) गर्दन उठाये हुए। गर्दन आये किये | प्रोन्नत ( ब० कृ० ) १ अतिशय ऊँचा या लंबा । २ निकला हुआ | i हुए।
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