पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५००

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

) पांडर, पाण्डुर या वट वृक्ष - मुकं, ( न० ) हाथ से फेंका डेला । - रु. ( पु० ) - रुहः, ( पु० ) नख । नाखून 1-वादः ( पु० ) १ नाली पीटना २ ढोलक बजाना ।-सर्था (स्त्री० ) रस्मा 1- | पाणिनि: ( पु० ) संस्कृत भाषा के एक स्वनाम- ख्यात व्याकरणी विद्वान का नाम । पाणिनीय (वि० ) पाणिनी सम्बन्धी या पाणिनी का बनाया हुआ पाणिनीयं ( न० ) पाणिनि का बनाया व्याकरण | | पाणिनीयः ( पु० ) पाणिनी का अनुयायी । पाणिम, पाणिन्यम ) ( दि० ) हाथ से धौंकने } शालिनी, ( स्त्री० ) मैना | पाणिय, पाणिन्धय । वाला। } (बि० ) १ सफेद । पिर्लौहौँ-सफेद । पाटी ( टो (स्त्री० ) अणित । - गणितं, ( न० अगणित | ) ४९३ टीरः (पु० ) १ चन्दन | २ खेत ३ जस्ता । ४ बादल । २ चलनी | पाठः (पु० ) १ पढ़ाई | २ ब्रह्मयज्ञ अर्थात् वेदपाठ पञ्चमहायज्ञों में से एक । ३ जो कुछ पढ़ाया जाया ४ पुस्तक का एक अंश - अन्तरं, ( न० ) दूसरा पाठ |–छेदः, ( पु० ) ठहराव । विराम । अन्तर । विसर्ग। - दोषः, (पु०) अशुद्ध पाठ । – निश्चयः, (पु० ) किसी पुस्तक के किसी अंश पर मनन कर उसके अथोदि का निश्चय करना । —मञ्जरी, या सारिका पक्षी ।-शाला, (स्त्री०) चटशाला । पांडर पाण्डर मदरसा स्कूल । पाठकः ( पु० ) १ पढ़ाने वाला। शिक्षक गुरु | २ | पांडर } ( ० ) : गेरू । २ चमेली का फूल। पाण्डरम् पुराणवाचक कथावाचक ३दीकागुरु शिष्य छात्र विद्यार्थी। पाठनं ( न० ) पढ़ाना । अध्यापन कर्म । पाठित ( ३० कृ० ) सिखलाया हुआ। पढ़ाया हुआ | पाठिन् (वि० ) वह जिसने किसी विषय का अध्ययन किया हो । २ जानकार। परिचित । पाठीनः ( पु० ) १ पुराणों की कथा सुनाने वाला। २ मी विशेष | पाण्डवीय परिढताई । २ पांडवः ) ( पु० ) राजा पाण्डु की औलाद - पाण्डवः ) आभीलः, ( पु० ) श्रीकृष्ण का नाम । - श्रेष्ठः, ( पु० ) युधिष्टिर । पांडवीय, } ( वि० ) पाण्डवों का | पाण्डित्यम् । चतुराई । चालाकी निपुणता । } (०) व पाराडु (वि० ) सफेदी माहल पीला | पारा: ( पु० ) १ सफेदी माइल पीला रंग | २ एक रोग विशेष जिसमें रक्त के दूषित होने से शरीर के चमड़े का रंग पीला हो जाता है । ३ सफेद हाथी ४ पाण्डवों के पिता का नाम । -धामयः. ( पु० ) पाण्डुरोग कम्बलः, ( पु० ) १ सफेद कंबल । २ ऊपर पहिनने का गर्म कपडा । ३ राजा के हाथी की कूल 1- पुत्रः, ( पु० ) पाँच पाण्डवों में से कोई भी एक 1- मृत्तिका, पड़ोल मिट्टी । पंडू सही । -रागः, (पु० ) सफेदी । – रोगः ( पु० ) रोग विशेष - लेखः, (पु० ) मसविदा । खाना । -शमिला, ( स्त्री० ) द्रौपदी का नामान्तर 1- सोपाकः, ( पु० ) एक वर्णसहर जाति । पांडुर ) ( वि० ) १ पीला | ज़र्द । २ सफेद —— पागडुर) इत्तुः, (पु० ) गन्ना या पौड़ा । पाण: ( पु० ) १ व्यापार व्यवसाय | २ व्यापारी । ३ खेल खेला ४ खेल का दाँव । ५ इकरार- नामा ६ प्रशंसा ७ हाथ। पाणिः ( पु० ) हाथ पाणिः (स्त्री० ) मंडी ।। हाट बाज़ार । - गृहीती, ( स्त्री० ) भार्या । पत्नी । -ग्रहः, - ग्रहणम्, ( न० ) विवाह | शादी-ग्रही ( पु० ) - ग्राहः, (५०) वर पति ।-घः, ( पु० ) १ ढोल बजाने वाला । २ मज़दूर | ३ कारीगर 1- घातः, ( पु० ) हाथ का आघात या प्रहार - जः, ( पु० ) हाथ की उंगलियों के नाखून 1- तलं, (न० ) हथेली। गदोरी । -धर्मः, ( पु० ) विवाह की विधि या क्रिया पीडनं. ( न० ) विवाह । · प्रणयिनी, (स्त्री० ) भार्या | - बन्धः, ( पु० ) विवाह | शादी । -भुज्, ( पु० ) अश्वस्थ