यौगय दामध्ये दोध्यं }(न०) बुरी था अप्रिय गन्ध । दौर्जन्थं (न०) दुर्जन्सा: दुष्टता दोर्जीवित्यं (न०) दुःख पूर्ण जीवन दौर्बल्यं (२०) निर्बलता। युकः ( पु० ) उल्लू-अरिः (पु०) काक ( कौवा a नपुंसकता | कमज़ोरी | • यः (पु० ) उसी का पुत्र जिसकी अपने | घुत् ( धा० आर० ) [ योतते, द्युतित योतित ] चमकना चमकीला होना। पति के साथ खटपट रहती हो युतिः ( स्त्री० ) 1 चमक चमकीलापन। सौन्दर्य थामा २ प्रकाश प्रकाश की किरण ३ गौरव ( ३९३ ) द्योतक ( पु० ) सूर्य :--लोकः, ( पु० ) स्वर्ग (-पड़, -सद, ( पु० ) १ देवता । २ अह-सरित् ( स्त्रो० ) श्रीगङ्गा | दौर्भाग्यं ( न० ) अभाग्य । वकिस्मती । दौन ( म० ) भाई भाई में भगवा | दौर्मनस्य ( न० ) मानसिक पीड़ा | दोमभ्यं । दौर्मन्यम् । (४०) असद् परामर्श । दौर्वचस्यम् (न०) असद् भाषण | दौर्हदं ) ( न० ) १ शत्रुता । मन का विकार | दौध्दम् २ गर्भ | ३ गर्भवती स्त्री की रुचि । ४ । अभिलाषा । दौमिः (पु० ) इन्द्र | दौवारिकः (१०) [ स्त्री० —-दौवारिकी ] द्वारपाल । दरवान पहरेदार | धूम्नं ( ० ) १ चमक आभा २ स्फूर्ति शक्ति | विक्रम | ३ धन | सम्पत्ति | ४ प्रत्यादेश | दैवज्ञान | सूर्य | 1
1 दौर्य (न०) असद् आचरण । दुष्टता | असरकार्य | दौकुल ( वि० ) [ श्री० ] दौप्कुलेय ( वि० ) [ स्त्री० - दौकुलेयी ] कुल में उत्पन्न मीच घर में उत्पन्न दौष्टवं ( न० ) बुरापन | खोटापन | दुष्टता । दौयंतिः दौष्यन्तिः दोमंतिः दौष्मन्तिः ऽ का पुत्र | दौहित्रं ( न० ) तिल । [ नवासा | दौहित्र (पु० ) पुत्री का पुत्र | धोइता । नाती । धुवन् (पु०) द्यूतं ( ० ) ) | खेल | चौपड़ का खेल । द्यूतः (१०) ) २ जीता हुआ इनाम था पुर- स्कार /- अधिकारिन् ( पु० ) जुभाखाने का मालिक करा --फुल्. (पु०) जुधारी आ खाना रखने वाला। कारः, कारकः, (५०) जुवाखाना रखने वाला २ शुभारी -क्रीडा, ( स्त्री० ) पोंसे का खेल । जुआ। पूर्णिमा - पौर्णिमा (स्त्री०) कोजागरी पुरनमासी । आश्विन मास की पूरनमासी । -बीजं, ( म० ) कौड़ी। --वृत्तिः, ( पु० ) ३ पेशेवर ज्वारी २ जुआर खाने का रखने वाला था चलाने वाला - भा -समाजः, (5०) १ जुआाखाना १२ ज्वारियों का समुदाय । (पु.) दुष्यन्त या दुष्मन्त करता तुच्छ समझ कर वहार करना । २ वद- दः (०) धोका पुत्र । नवासे का पुत्र है (धा० पर० ) [ स्त्री०-चायति ] तिरस्कार दौहित्री (स्त्री० ) पुत्री की पुत्री दौदिनी ( स्त्री० ) गर्भवती स्त्री | द्यु ( धा० पर०) [ द्यौति ] किसी ओर आगे बढ़ना । आक्रमण करना। चड़ाई करना हम्ला करना । धु ( न० ) १ दिवस | २ आकाश | ३ चमफ | ४ स्वर्ग (पु० ) अग्निगः (go ) पक्षी- धोतः ( पु० ) १ प्रकाश श्रभा चमक १२ सूर्य चरः, ( पु० ) १ ग्रह १२ पक्षी । -जयः, (पु०) की धूप ३ गर्मी । स्वर्गमाप्ति ।-~बुनिः, ( श्री० ) - नदी (स्त्री०) | द्योतक (वि० ) १ चमकदार | २ प्रकाश | ३ स्पष्टी स्वर्गीय गंगा।- निवासः, ( पु० ) देवता ।--- पतिः, ( पु० ) सूर्य । २ इन्द्रमणि । -- ३ करण करने वाला। समझाने वाला यवलाने चाळा । सं०० कौ० ० महत्व | द्युतित ( वि० ) प्रकाशमान चमकता हुआ चम- कीला । शक्त करना । द्यो (स्त्री०) [कर्त्ता एक -~-यौः] स्वर्ग 1 इन्द्रलोक आकाश।~भूमिः, (स्त्री० ) पक्षी | चिड़िया | -सद्, [= धौषद् ] देवता ।