पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/३९६

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देव ) देवी --ब्रान्. ( पु० ) नारद । --ब्राह्मणः, ( पु० ) ब्राह्मण जो मन्दिर की चदत पर निर्वाह करता हो ! २ प्रतिष्ठित ब्राह्मण -भवनं. (न०) १ स्वर्ग । २ मन्दिर | ३ अश्वत्थ वृह | - भूमि:, ( स्त्री० ) स्वर्ग । -भूतिः, ( स्त्री० ) गङ्गा । -भूयं, (न०) देवत्व | देवसायुज्य । – भृत्, ( पु० ) १ विष्णु | २ इन्द्र | - मणिः, ( पु० ) १ कौस्तुभ मणि । २ सूर्य 1- मातृक, ( वि० ) वह देश जो, नदी नहर के जल पर नहीं, किन्तु सर्वथा वृद्धि जल पर की सम्पति । देवनिर्माख्यधन | वह सम्पत्ति जो केवल धर्मकृत्यों ही में लगायी जा सके।-हविस्, ( न० ) यज्ञ में देवताओं के उद्देश्य से उत्सर्ग किया हुआ पशु-दूति ( स्त्री० ) कम सुनि की स्त्री । कपिल की माता । देवः ( पु० ) १ देवता | २ इन्द्र | ३ ब्राह्मण | ४ राजा । शासक ( जैसे मनुष्यदेव ) ५ ब्राह्मणों की उपाधि । ( यथा पुरुषोत्तम देव ) | ६ नाटकों में राजाओं को सम्बोधन करने का शब्द विशेष - को व्याही थी और जिसके गर्भ से श्री कृष्ण का जन्म हुआ था।--नन्दनः, (पु० ) - पुत्रः, - मातृ, - सुनुः, ( पु० ) श्रीकृष्ण । ही निर्भर है :~~मानकः, ( पु० ) विष्णु भगवान | देवकी (स्त्री० ) देवक की कन्या का नाम जो वसुदेव की कौस्तुभ मणि । - मुनिः, (पु० ) देवर्षि - यजनं, (न० ) यज्ञभूमि। यज्ञस्थली । - यात्रा, ( स्त्री० ) उत्सव विशेष |--युगं ( न० ) कृत युग । -योनिः, ( स्त्री० ) देवताओं के अंश से | देवटः ( पु० ) कारीगर । उत्पन्न विद्याधर आदि नौ योनियाँ प्रधान हैं। [ यथा विद्याधर | अप्सरा | यक्ष राक्षस । गन्धर्व किन्नर | पिशाच गुह्यक और सिद्ध ] - योषा, ( स्त्री० ) अप्सरा /- रहस्यं, ( न० ) देवी रहस्य । – राज्, ~ राजः, (पु०) इन्द्र | - लता, ( स्त्री० ) नवमल्लिका । - लिङ्क, ( न० ) किसी देवता की मूर्ति 1- लोकः, / पु० ) स्वर्ग 1 -- वकः, (न० ) अग्नि /- वर्मन् ( न० : 1- वर्धकः, - शिक्षिपन्, ( पु० ) | विश्वकर्मा । – वाणी, (स्त्री० ) श्राकाशवाणी । -चाहनः, (न०) अग्नि | - व्रतं. (न०) धार्मिक व्रत ।- व्रतः, (पु० ) १ भीष्म | २ कार्तिकेय । --शत्रुः, ( पु० ) दैत्य । - शुनी (स्त्री० ) देव- ताओं की कुतिया सर्मा की उपाधि |-शेषं, (न०) यज्ञ का अवशिष्ट भाग। – श्रुतः, (पु० ) : विष्णु । २ नारद | ३ वेदसंहिता | ४ देवता । -सभा, ( स्त्री० ) १ देवताओं का सभाभवन जिसका नाम है सुधर्मन् । २ जुआखाना | - सभ्यः, ( पु० ) १ ज्वारी । २ जुआाखाने में रहने देवता ( स्त्री० ) १ इन्द्रादि देवता | २ देवमूर्तिं । प्रतिमा । ४ इन्द्रिय । अगारः, ( पु० ) - अगारं, (न० ) --प्रागारः, - आगारं, गृह, ( न० ) देवालय | देवमन्दिर । - अधिपः, (पु०) इन्द्र |-अभ्यर्चनम् ( त० ) देवार्चन |-- आयतनं, – आलयः,–वेश्मनू, (न०) मन्दिर । -प्रतिमा, ( स्त्री० ) किसी देवता की मूर्ति | स्नानं, (न०) मूर्ति का स्नान । देवद्य च् (वि० ) देवता का शृङ्गार देवन । पु० ) पति का छोटा भाई देवनं ( न० ) १ सौन्दर्य | चमक । आमा । २ पाँसे का खेल | जुआ | ३ ग्रामोद प्रमोद | क्रीड़ा । खेल | ४ बाग़ | वाटिका ५ कमल ६ स्पर्धा | ७ व्यापार कामकाज प्रशंसा | आकाश | देवर देवनः ( पु० ) पाँसा । देवना ( स्त्री० ) जुआ | चौंसर । देवयानी ( स्त्री० ) शुक्र की कन्या का नाम । देवरः ) (४०) पति का बड़ा या छोटा भाई | देवर देव ऽ था जेठ । देवलः ( पु० ) निम्न कोटि का ब्राह्मण जो देवता की वाला | ३ देवता का सेवक ।-- सायुज्यं, (न०) चड़त पर अपना निर्वाह करता है। देवत्व प्राप्ति । देवता के साथ एकासन होने की योग्यता । —सेना, ( स्त्री० ) १ देवताओं देवसात् ( अव्यय० ) देवता की प्रकृति या स्वभाव । देषिक (वि०) ) [ स्त्री० देविकी, ]१ देव सम्बन्धी। देविल (वि०) ) २ देवता से की फौज ! २ स्कन्द की स्त्री पष्ठी, सोलह उत्पन्न । ( ३८२ मातृकाओं में से एक । - स्वं ( न० ) देवताओं | देवी (स्त्री० ) १ देवपक्षी | २ दुर्गा का नाम | ३