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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/२९७

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गुणिन खिन् (वि० ) १ गुणवान् | सराहनीय उत्कृष्ट १२ नेक | शुभ | ३ किसी के गुणों से परिचित | ४ गुणों से युक्त | ५ मुख्य । पुणीभूत ( वि० ) महत्वपूर्ण अर्थं से बञ्चित | २ गौण गुणों से युक्त । [ मध्यम काव्य । भूत व्ययम् ( न० ) अलकार में कहा हुआ ठ) (धा० उभय०)[गुण्ठयति, गुण्ठयते, गुण्ठित] गुराठे ) घेरना। चारों ओर से छेक लेना। लपेटना । ( २१० ) ढकना। गुंठनम् ) ( न०) १ ढकना | छिपाना । २ (शरीर में ) गुण्ठनम् ) मलना जैसे शरीर में भस्म मलना । गुंठित ) (वि०) १ घिरा हुआ। ढका हुआ। २ पिसा गुण्ठित ) हुआ । कुटा हुआ । चूर्ण किया हुआ । गुड्डू } { धा० परस्मै॰) [ गुण्डयति गुण्डित, करना । गुंडक: ) ( पु० ) १ रज | चूर्ण | २ तैलभाण्ड ३ गुण्डकः ) धीमा मधुर स्वर । गुंडिक गुण्डिकः ।

} ( पु० ) आटा | भोजन | चूर्णं

गुंडित ) (वि०) १ पिसा हुआ | चूरा किया हुआ | गुण्डित २ धूलभूसरित गुण्य (वि०) १ गुणी । गुणवान् | २ बखानने योग्य ३ गुदं ( न० ) गुदा । मलत्याग स्थान 1- अङ्कुरः, ( पु० ) बवासीर । -आवर्तः, (पु० ) काष्ठ- बद्धता -उद्भवः, (पु० ) बवासीर । -ओष्टः, ( पु० ) गुदा का छेद |--कीलः, - कीलकः, ( पु० ) बवासीर । -प्रहः, (पु०) कबजियत । कोष्ठबद्धता ।-पाक, (पु०) गुदा की सूजन वर्मन, ( न० ) गुदा । मलद्वार ।—स्तम्भः (पु०) कोटबद्धता | गुम्फनी गुदला: } (S०) ढोल विशेष का शब्द। गुवालः–मुन्द्राल: } (पु०) चातक पक्षी। गुप् (धा० परस्मै०) (गोपायति, गोपायित या गुप्त १ बचाना | रक्षा करना | शत्रु के आक्रमण से बचना । पहरा देना । २ छिपना | ३ घृणा करना। भर्त्सना करना। तिरस्कार करना। गुपिलः (पु०) : राजा | त्राता | परित्राण करता | गुप्त (वि०) [व० कृ०] : रक्षित । सुरक्षित रखवाली किया हुआ | २ छिपा हुआ । गोप्य | छिपाने लायक | ३ अदृश्य | आखों के ओझल | ४ जुड़ा हुआ या जोड़ा हुआ।-कथा ( स्त्री० ) गुप्त सूचना ऐसी सूचना जो प्रकट करने योग्य नहीं है। -गतिः, (स्त्री०) जासूस भेदिया। चरः, (पु०) १ बलराम । २ जासूस । - दानं, (न०) अमफट दानवेशः, (पु०) बनावटी वेश । गुधू (धा० परस्मै० ) [ गुष्यति, गुधित ] लपेटना । ढकना । कपड़े पहनना। [गुभाति] क्रोध करना | [ गोधते ] खेलना । गुप्तं (अन्यय०) चुपके चुपके गुप्तः (पु०) वैश्य की उपाधि गुप्तकः ( पु० ) रखक प्रशंसनीय | श्लान्य | ४ गुणा करने योग्य | गुत्सकः ( पु० ) १ गट्ठा | गट्ठर | चंढल | गुच्छा | २ | गुतिः (स्त्री०) १ रक्षण | संरक्षण | २ छिपाव | दुराव | ३ ढकना | ४ गुफा बिल २ जमीन में गढ़ा गुलदस्ता । ३ चौरी । जंबर | ४ अध्याय | सर्ग | गुड़ (धा० आर०) [ गोदते, गुदित ] खेलना क्रीड़ा करना। गुप्ता (स्त्री०) काव्य की मुख्य नायिका । परकीया नायिका | । खोदना । ६ रक्षा का उपाय किलाबन्दी | धुस । परकोटा। गड़की भीत। ७ बन्दीगृह | जेलखाना। ८ नाव का निचला तला| ६ रोकथाम | 2 ( धा० परस्मै० ) [ गुफति, गुंफति, गुफ, गुम्फ लिखना | रचना | गुफित गुंफित, गुम्फित } (व० कृ० ) गुथा हुआ। बाँधा हुआ। बुना हुआ । गुंफा (ज) यवन करख। ३ पहुँची। करभूषण पु०) १ बन्धन | । विशेष । ४ गलमुच्छा । मूँछ । गुंफना } (स्त्री० ) १ गूंथना | २ क्रमबद्ध करना गुम्फना ) रचना | यथारीत्या शब्दयोजना करना अच्छा निबन्ध |