कियावत् ( ०६० ) ) मामले को अपनी गवाही से हराने वाला। (पाँच- प्रकार के गवाहों में से एक) - निर्देश: (० ) गवाही। सासी 1-पटु (वि० ) क्रियाकुशल | कार्यनिपुण --पथः, (पु०) चिकित्सा प्रणाली ।
पर. (वि० ) अपने कर्तव्य पालन में परि
श्रम करने वाला - पादः, (पु० ) साची । लिखित प्रमाण तथा अन्य प्रमाण जो वादी की | मंच क ( उ० ओर से अपने अर्जी दावे में पेश किये गये हों। कञ्च(पु० -योगः (पु० किया से सम्बन्ध | २ उपायों का प्रयोग -लोपः, (पु० ) किसी आवश्यक अनुष्ठेय कर्म का त्याग। - वायक, नाविन, ( वि० ) अध्यय जो किया के दङ्ग का वर्णन करे। -वादिन, ( पु० ) वादी मुद्दई । विधिः ( पु० ) किसी कर्म का विधान विशेषणं, ( न० ) निर्देशकारक विशेषण । संकान्तिः, ( श्री० ) शिक्षय | ज्ञानोपदेश ।समभिहारः, ( पु० ) किसी कर्म की पुनरावृत्ति [ अभ्यासी । क्रियाषद् (वि०) अभ्यस्त। किसी कार्य को करने का क्री ( घा० उभय ) [ मीणाति, क्रीणोते, कीत ३१ खरीदना | मोल लेना | २ अदल बदल करना । विनियम करना । + क्रीडोपस्करम् ( न० ) खेल का सामान । |
ीत ( वि० ) खरीदा हुआ | मोल लिया हुआ ।
क्रीतः (go ) धर्मशान में यथित धारह प्रकार के पुत्रों में से एक प्रकार का खरीदा हुआ पुत्र - अनुशयः, (पु०) किसी चीज़ को खरीदने के लिये पाश्चाताप | मोल ली हुई वस्तु को वापिस करना । 1 1 कुध (धा० परस्मै ) [ कुष्यति, क्रुद्ध] कुपित होना । नाराज़ होना । क्रुधू ( स्त्री० ) क्रोध | गुस्सा कुश ( श्री० परस्मै० ) [ कोशति, कुष्ठ ] १ रोना । विजाप करना। २ चीखना। चिल्लाना । क्रुष्ट ( वि० ) बुलाया हुआ। छम् ( न० ) बुलाना । चिल्लाना। चीखना । क्रूर (दि०) निर निर्दयी दयाशून्य नृशंस | भयप्रद । २ सख्त | रूसा ३ भयकर | भयानक ४ उपद्रवी । उत्पाती। बरबाद करने वाला । २ घायल । चोटिल ६ खूनी | ७ कच्चा | मजबूत | ६ गर्म तीक्ष्ण । अप्रिय ।-याकृति, ( वि० ) भयङ्कर रूप वाला /-याचार, (वि०) निष्ठुर व्यवहार करने वाला ।-आशय, (वि०) 1 जिसमें अपकर जीव हों (जैसे नदी ) २ नृशंस स्वभाव बाजा 1-कर्मन, (न० ) १ खूनी काम | २ कोई भी कठोर परिश्रम का काम /- कूत् (वि०) भयानक | खूखार। निर्दयी।फोड, '9 ०/ दस्तावर दवा यानी जुलाव देने पर भी जिसको दस्त न आयें ऐसे कोठे वाला। कब्जियत रोग से पीड़ित ---गन्धः (go ) गंधक। -दृशू, (वि० ) १ कुटष्टि वाला। पुरी निगाह डालने वाला । २ उत्पाती। दुष्ट नाविन्, ( पु० ) पहाड़ी काक | - लोचनः, ( पु० ) शनिग्रह | क्रीड् (धा० परस्मै० ) [ कीडति, कोडित ] s खेलना । अपना दिल बहलाना । २ जुबा खेलना ३ हँसी करना । उपहास करना । मसखरी करना। [ दिल्लगी। क्रीड: ( पु० ) १ खेल आमोद प्रमोद | २ हँसी कीडनम् (न०) १ खेल । आमोद प्रमोद । २ खिलौना । क्रीडनकः ( पु० ) कीडनकम् ( न० क्रीडनीयम् ( न० ) कोडनीयकम् ( न० ) १ खिलौना | क्रीडा (खी० ) १ खेल। आमोद प्रमोद | २ हँसी दिल्लगी।-- गृहं, (न० ) प्रमोदभवन | ter- भवन /- -शैलः, ( 30 ) कृत्रिम पहाड़। प्रमोद शैल। --नारी, (श्री०) रंडी |--कोपः, (पु०) झूठा क्रोध बनावटी कोप) -मयूरः, (पु० ) | केतु ( पु० ) खरीदनेवाला गाहक मनबहलाव के लिये रखा हुआ मोर।-रत्नं, ( म० ) रमणकार्य | मैथुन ( पु० ) एक पर्वत का नाम । क्रूरं ( म० ) १ धाव । २ हत्या निर्दयता । क्रूरः (पु० ) बाज शिकरा | बहरी। बगुला । कोच: फ्रोशः