आाख्यात ( १२२ ) आगू: हुआ । ज्ञात । ४ ( व्याकरया में ) साधन किया | आगन्तुक (०१त प्रवेशक । विना बुलाये हुआ। धातुओं के रूप बनाये हुए। आख्यातं ( न० ) किया। "भावप्रथानमाख्यात ।" आया हुआ । अनधिकार प्रवेश करने वाला व्यक्ति | २ अपरिचित महमान। अतिथि | नवागन्तुक | ध्यागमः ( पु० ) १ अवाई आगमन श्रमद २ उपलब्धि प्राप्ति । ३ जन्म उत्पत्ति । उत्पत्ति- स्थान | ४ योजना । ( धन की ) प्रति | + बहाव । धार (पानी की ) | ६ लिखित प्रमाण । ७ ज्ञान ८ आमदनी आय राजस्व । २ वैध उपाय से प्राप्त कोई वस्तु १० सम्पत्ति की वृद्धि १९ परम्परागत सिद्धान्त या विधि शास्त्र | १२ शास्त्राध्ययन पवित्रज्ञान | १३ विज्ञान | १४ वेद । १५ ( न्याय के ) चार प्रकार के प्रमाणों में से अन्तिम प्रमाण १६ उप- सर्ग, विभक्ति या प्रत्यय १७ किसी अक्षर का संयोग या मिलावड १८ संस्कृत भाषा में, क्रियापदों के आदि में युक्त स्वरवर्णं । १३ उपपत्ति । सिद्धान्त (वृद्ध. (वि०) प्रकाण्ड विद्वान | यथा "प्रती इत्यागमयुद्धवी।" निरुक | विज्ञप्ति | आख्यातिः (स्त्री० ) १ कथन सूचना नामवरी । कीर्ति । ३ नाम । ख्या ( न० ) १ कथन | घोषणा | विज्ञप्ति | सूचना | २ पूर्ववृत्तोक्ति | ३ कहानी | क़िस्सा | ४ उत्तर ( "प्रश्नाख्यानयोः" पाणिनी अष्टा- ध्यायी) आख्यानकम् (न०) किस्सा | छोटी कहानी । कथानक उपाख्यान | माख्यायक (वि० ) कहने वाला । आख्यायकः (पु०) १ इस्कारा | २ राजकीय घोषणा करने वाला या उत्सवादि की व्यवस्था करने वाला। आख्यायिका (स्त्री० ) एक प्रकार की गद्यमयी रचना | कहानी । [साहित्यज्ञों ने गद्य रचना के दो भेद बतलाये हैं। अर्थात् कथा और आख्या- यिका बाण के "हर्षचरित" को ऐसे लोग "आख्यायिका" मानते हैं और कादम्बरी को कथा। यद्यपि दरिडन् के मतानुसार इन दोनों में भेद कुछ भी नहीं है। तरकथाख्यायिकेस्येका जातिः संचाइदाङ्किता | काव्यादर्श ।] ध्याख्यायिन् (वि० ) कहने वाला जताने वाला। आाख्येय ( स० का० कृ० ) कहने योग्य बतलाने योग्य | जताने योग्य | प्रागतिः ( स्त्री० ) १ आगमन | २ प्राप्ति । उप- लब्धि | ३ प्रत्यावर्तन । ४ उत्पत्ति । आगन्तु ( वि० ) आया हुआ | पहुँचा हुआ। बाहिर से आया हुआ । बाहिरी । ३ आकस्मिक ४ भूला भटका | पथभ्रान्त | आगन्तुः ( पु० ) १ नवागत। अपरिचित । महमान | | आगन्तुक ( वि० ) [ स्त्री०-आगन्तुका, आग न्तुको ] १ अपनी इच्छा से आया हुआ | बिना बुलाये भाया हुआ । भूला भटका या घूमता | फिरता आया हुआ | २ आकस्मिक | ४ प्रति -रघुवंश । आगमनम् ( न० ) १ आगमन । थवाई | आमद २ प्रत्यावर्तन । ३ उपलब्धि प्रासि । ४ सम्भोग के लिये किसी स्त्री के समीप गमन । | (वि० ) १ आने वाला । भविष्य का | आगामिन २ आसन्न आने वाला। भागम् ( न० ) १ कसूर अपराध | २ पाप - कृत्, ( वि० ) अपराध करने वाला । अपराधी दोषी । गस्ती (स्त्री० ) दक्षिण दिशा । आगस्त्य (वि० ) दक्षिणी । गाध (वि० ) अत्यन्त गहरा अथाह । आगामिक (वि० ) [स्त्री० --आगामिकी] भविष्य काल सम्बन्धी । २ आने वाला । आसन्न । आगामुक (वि० ) १ आने वाला | २ भविष्य का । आगारं ( न० ) घर | आवस-स्थान । [प्रतिज्ञा गुर् (स्त्री० ) स्वीकारोक्ति । हाँमी । स्वीकृति आसुरां } (न० ) गुप्त प्रस्ताव या सूचना । आगूरणम्. आगूः ( स्त्री० ) इकरार । प्रतिज्ञा |
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