पृष्ठम्:श्रीविष्णुगीता.djvu/१७५

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स्थिर ग्राहकोंके नियम । । (१) इस समय हमारी ग्रन्थमालामें निम्नलिखित ग्रन्थ प्रकाशित मंत्रयोगसंहिता (भाषानुवाद सहित) भक्तिदर्शन (भाषाभाष्य सहित) योगदर्शन (भाषाभाष्य सहित) नवीन दृष्टिमें प्रवीण भारत देवीमीमांसादर्शन प्रथमभाग ( भाषाभाष्य सहित ) १॥) कल्किपुराण (भाषानुवाद सहित) उपदेश पारिजात (संस्कृत) गीतावली भारतधर्ममहामण्डल रहस्य सन्यासगीता ( भाषानुवाद सहित ) गुरुगीता (भाषानुवाद सहित ) ) धर्मकल्पद्रुम प्रथम खण्ड २) द्वितीय खण्ड १॥) तृतीय खण्ड २) चतुर्थ खण्ड पञ्चम खण्ड श्रीमद्भगवद्गीता प्रथम खण्ड (भाषाभाष्य सहित) सूर्यगीता (भाषानुवाद सहित ) शक्तिगीता (भाषानुवाद सहित) III) (२) इनमें से जो कमसे कम ४) मूल्यकी पुस्तके पूरे मूल्यमें खरीदेंगे अथवा स्थिर ग्राहक होने का चन्दा १) भेज देंगे उन्हें शेष और आगे प्रकाशित होनेवाली सब पुस्तकें । मूल्यमें दी जायंगी। ३) स्थिर ग्राहकोको मालामें ग्रथित होनेवाली हर एक पुस्तक खरीदनी होगी। जो पुस्तक इस विभाग द्वारा छापी जायगी वह एक विद्वानोंकी कमेटी द्वारा पसन्द करा ली जायगी। (४) हर एक ग्राहक अपना नम्बर लिखकर या दिखाकर हमारे कार्यालयसे अथवा जहाँ वह रहता हो वहां हमारी शाखा हो तो वहांसे, स्वल्प मूल्य पर पुस्तके खरीद सकेगा। 99