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ललितासहस्रनामावलिः
सधश्रयं | ऑ४ चतुरङ्गबलैरवयं |
ऑ४ सुप्रतिष्ठायै | साम्राज्यदायिन्यै |
ऑ सपसपूपधारिण्यै | संत्यसंनधायै |
अष्तमूर्त्यै | सगरमेखलायै |
अजजैश्यं | दीक्षितायं |
लोकयात्राविषयिन्यै | दैत्यशर्मभ्यं |
एकाकिन्यै | सर्वलोकशयें |
भूमरूपाय | सर्वार्थदाय |
निद्रेतायं | सविश्यं |
ठेतर्वाजतायै | औ सच्चिदानन्दरूपिध्यं ७०० |
अन्नदायं | ओं-४ देशकालापरिच्छिन्नायं |
ऑ-४ यमुधार्षे | सवं गायं |
अ४ वर्षे | सर्वमोहिन्यं |
ब्रह्मात्मैक्यस्वरूपिण्यै | सरस्वत्यै |
गृह | शास्त्रम्य्यै |
ब्राह्म्ण्यै | गुहम्बायै |
ब्राह्मयै | गुह्यरूपिण्यै |
ह्यानन्दायं | सर्वोपाधिविनिर्मबहाथं |
बलिप्रियायै | सदाशिवपतिव्रतायै |
भाषारूपायै | ओ-४ सम्प्रदायेरवयं |
बृहस्सेनायं | आ-४ स भ म |
ओं•४ भावाभावविवर्जितयं | गढमण्डलरूपिण्यं |
झों.४ सुखाराध्याये | कुलोत्तीर्णायं |
शभकर्यै | भगराध्याय |
शोभनासुलभागस्थं | मायायै |
राजराजेश्वर्यं | मत्रमत्य |
राज्यदायिन्यै | मह्यै |
राज्यवल्लभायै | गणम्बय |
राज्न्क्रुपायै | ओं-४ गृह्यकराध्यायी |
राजपीठनिवेशितनिजाश्रितायै | ऑ४ कोमलाङ्गं |
राज्यलक्ष्म्यं | गप्रियायै |
ओं-४ ओशमायायं | स्वतन्त्रांची |
1. शोभनायै गतये; सुलभाय गतये