गगरक्तपरीक्षानाम षष्ठ प्रकरणम् १५. । चन केवलं सहोत पादेनैव परस्परापेक्षत्व सिध्यति। यदि सहोत पादः परस्परापक्षत्वस्य व्याप्यो भवेत, तदैव सहोत पादनहेतुना परस्परा- पेक्षत्व' साधियितुं शक्यते। किन्तु सहोत पादः न परस्परापेक्षत्व व्याप्यः व्यभिचारात, सव्य तरविषाणयोः तु ल्यकाललब्धजन्मनोरपि परस्परानपेक्षत्वदर्शनात सहोत पादसा परस्परापक्षत्वव्यभिचारित्वं स्फुटमेव। तस्मात कथमपि रागरक्तयोः युगपदत पत्तिस्वीकारऽपि सव्येतरविषाण दृष्टान्तप्रवल: रागरतयोनिरपेक्षावभाव इति न राग- रक्तयोः परस्परापेक्षत्वं सहोत पादबशात, सुस्थित' भवेत् ॥३॥ otata :-atser 691 67963517 fasta #fgat at af09179 771 patch. 67, 6911451etta atste 377 teatro Tícf76 168 i géatcar 915169795958456 789 fpat utal af 64151 offset 45 69, forog af o GF. "F11 atst 90 ga tsaa seca 97 datist चाबारे सिख तक झेब्रा थाटक । Fugti atst 472 or gtsfg 7777 कब्रिटन नाव कि ? रेशन उखान यान नावाजून वनिनाशन वा पत वाढत Ister98916 TIGI9 , 7134 atst acfuC77A 16. 169 167 93 72115131 atstup: 369397784307979 971 0175 99798 tega 726767 otarat भनाबालक ररेवरे वगन कान नित्रय नारे कान वोक्ष ग८७ शृथिवी धाव मरिख यूशन नौनानिकन पत९ नववानिवम भजनजाणिक रुन ना। नार 45197 te qa €6778ep falatot ca este af atotrapi शुभनय यात्रा सन्न रशेन७ ५कछि भून अनजिन घाणका कप्त ना, देश मव- 7901 Font 1597941g CT atste gratuita ca 35797 6719 faqat ayet?t1 7919589feature ofstad fafaa yetaalats i Explanatory translation :- After a study of the question of priority and posteriority of Raga and Rakta it has been shown in the previous verse that in no case they may be said to originate before or after. In the present verse Nagar- juna discusses their simultaneous origination, The oppon- ent may argue that in the same moment along with Citta may originate both Raga and Rakta and through this Raga the citta may be 'Rakta' (attached). So there should be no reason in denying the simultaneous existence of Raga 5173
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