पृष्ठम्:ब्रह्मसिद्धिः (मण्डनमिश्रः).djvu/२९७

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46 अनुक्रमणिका ३ पुत्रम्. पहिरःआकरः. वाक्यानि. विद्यया तदारोहन्ति 118 16 12B ... 118 16 120 10 Isa. 11 विद्ययामृतमश्नुत 18 8 a०. 11. विद्य चाविद्यां च । विरजः पर आकाशात् विविदिषन्ति यज्ञेन 154 14 Brh. 4-4-20. 27 21 do. 4-4-१2 विष्णुरुप यष्टव्यः 124 19 Tait. Sad. 2-6-6. 155 ... B6 17 Brahm Su. B-4-82. . विहितत्वाच्चश्रम ... 155 15 - Sal. Bhas, 2-1-1. वत्तं प्रमाणलक्षणम् - ... वेदः कृत्नऽधिगन्तव्यः 76 11 Manu. १-16b. वेदान्तवंशेन ... • 128 10 Mund 8-8-4. त्रहन् प्रक्षति Apa. Sr. So 1-9-1. 148 12 शतं चैका च हृदयस्य • 119 9 Katha. 2-8-16. ... 126 8 Chवंnd. 7-28-2. स एकधा भवति । स एष नेति नेति । 12 20 9} 8-6-26 ) Brh. 37 • 22 Cf. do. 4-4-24 स एष महनजः सं क्रतुं कुवत 11B 15B 154 21 Chand. B-14-1. स तत्र पयते ... 12 17 Chand. 8–19-B. B7 2B सतव सवभद्रयानः सत्यं ज्ञानमनन्तं ब्रह्म 15 115 241 Tait. 2-1-1. 22 सत्यमाकृतिसंहारे ... 2B 21 Vak. Pad, 8-2-11..