पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/८३

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७६ बीजगणिते- देते हो वैसा न करो, किंतु उसको चौगुना करके और को गुण दो । (१) क २ क ३ क ५ क. ४ क २४ क ४० क ६ क ६० क २५ रु १० क २४ क ४० क ६० यह उद्दिष्ट राशि का वर्ग हुआ। यहां सर्वत्र जिन करणी राशियोंका मूल मिलता है उनके मूलों का योग करके लिखते हैं । जैसा इस उदाहरण में क ४ क ९ क २५ के क्रम से २, ३, ५ मूल मिलते हैं इनका योग १० हुआ इसको 'रू १० ' यों लिखते हैं | ( २ ) क ३ क २ क १ क २४ क ४ रु ५ क २४ यह उठिराशिका वर्ग हुआ । ( ३ ) क ६ क ५ क २ क ३ क ३६ क १२० के ४८ क ७२ क ६० क २५ क ४० क ४ क २४ कर रू १६क १२० क ७२ क ६० क ४८ के ४० क २४ वर्ग हुआ। यहां परभी उक्त प्रकार से करणियों का योग करके वर्ग