पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/५६४

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भावितम् । या. य१ का. क१ रू ? साकामा १ 'वर्ष शोधयेदन्यपक्षात् –' इसके अनुसार शोधन करने से का. क१ रू १ या. य१. या का भा १ अथवा का.क १ रू १ ( का १ य १ ) अपवर्तन देने से का. क१ रू. १ का १ य १ का १ ५ १ ) का. क १ य भाग देने से रूं १ ( क १ का.क१ क.य१ क. य१ रू १ कल्पना किया क. य. १ रू ? का १ य१ या १ = फल । का १ य १ वहतिरूपैक्य =क.य १ रू. १ = फ. इ |

क. य १ रू. १ का १ य यहां कालकाङ्क तुल्य क में फूलको जोड़ देने से यावत्तावत् का न सिद्ध होता है और इष्ट में यावत्तावत् अङ्क के तुल्य य को जोड़ से कालक का मान सिद्ध होता है या १ =क १ फ १ । कां १ = इ १ य