पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/४७

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. बाजारपत- गुणनाजातम् याव १५ या ७ रू २ । द्वयोर्धनर्णत्वव्यत्यासे न्यासः । गुण्यः या ५ रू १ गुणकः या ३ रू गुणनाज्जातम् याव १५ या ७ रू ३ उदाहरण- रूप १ से हीन यावत्तावत् ५ को रूप २ से युक्त यावत्तावत् ३ से गुण दो और गुण्य गुणक को धन ऋण अथवा व्यस्त अर्थात् ऋण धन मानकर गुणन करने से जो अलग अलग गुणनफल हों उन्हें बतलाओ || ( १ ) न्यास | गुण्य = या ५ रु १ | गुणक = या ३ रू २ | अब स्थान गुणन की रीति से या ५ रू १ या ३ रू २ यांव १५या ३ या: १० रु ३ गुणनफल = याव १५ या ७ रू हुआ || ( २ ) गुण्य या ५ रू १ में यावत्तावत् पांच को ऋण और ऋण रूप एक को वन मानकर स्थान गुणन की रीति से या ५.रू. १ या ३ रु २ याव १५ या ३ या १० रू २ गुणनफल = याव १५ या ७ रु २ हुआ ॥