पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/३९३

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३८८ बीजगरिएते- उदाहरण- , नेक, से कहा कि तीन म के पांच कबूतर, पांच द्रम्म के सात सारस, सात द्रम्म के नौ हंस और नौ द्रम्म के तीन मोर आते हैं तुम राजा के विनोद के लिये सौ द्रम्म में सौ ही कबूतर आदि पक्षी लाओ ( तो कहो उन पक्षियों की और मूल्य की क्या संख्या है ) कल्पना किया कि कबूतर आदि जीवों के या १५ का १, नी १, पी १ मोल हैं । ३ दम्म के ५ कबूतर आते हैं तो या १ क्या, यो पू १७ -आये इसी प्रकार अनुपातद्वारा सारस हंस और मोर का ३ आये इन मोलों का योग समच्छेद करने से हुआ ६ या १५७५ का १३२३ नी. १२१५ पी ३१५ कबूतर या नी। पी ६४५ ६ का अपवर्तन देने से या. १७५ का १४७ मी १३५ पी ३५ यह १०० के तुल्य है इसलिये पक्षोंका समच्छेद और छेद्गम करके न्यास | या १७५ का १४७ मी १३५ पी ३५ रू० रु १०५०० ' आद्यं वर्णे शोधयेत् ---' इसके अनुसार समीकरण करने से यावत्तावत् की उम्मिति का १४७ नी १३५ पी ३५ रू १०५०० आई | मोलों या १७५ का योग भी १०० के समान है इसलिये उनके समीकरण के अर्थ न्यास | या १ का १ नी १ पी १ रू० या का ० नी ० पी सम्रशोधन करने से यावत्तावत् की उन्मिति 1 का १ नी १ पी १ रू१०० या १