पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/३८७

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३८२ बीजगणिते- या ६ का ४ नी १ पी २ या ८ का १ नी ३. पी १ साम्य करने से यावत्तावत् की उन्मिति का ३२पी १ या २ यहां एक यावत्तावत् वर्णकी तीन उन्मिति आई हैं सो ये समान हैं अब अन्यवर्ण का मान जानने के लिये पहिले और दूसरे यावत्तावत् मान का समीकरण के अर्थ न्यास । का ५६ या २ का ३ नी १ पी १ या ३ इनके हरमें यावत्तावत् कान देकर समच्छेद और छेदम करने से हुए का १५ नी १८ पी १८ का ६ नी २ पी ३ आई का ६... • इसीप्रकार दूसरे और तीसरे यावत्तावत् मान का साम्यके लिये न्यास । नी २० समशोधन करने से कालक की उन्मिति- का ३ नी १ पी १- या ३ नी रं पी १. का ३ आई । या २ हरमें यावत्तावत् का अपवर्तन देकर समच्छेद और छेदगम करनेसे हुए का ६ नी २ पी २. कानी ६ पी