पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/३८६

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

अनेकवर्णसमीकरणम् । उदाहरण - क, ख, ग, घ ये चार व्यापारी हैं उनमें क के पास पांच घोड़ा दो ऊंट आठ खच्चर और सात बैल हैं, ख के पास तीन घोड़ा सात ऊंट दो खच्चर और एक बैल है, ग के पास छ घोड़ा चार ऊंट एक खच्चर और दो बैल हैं, घ के पास आठ घोड़ा एक ऊंट तीन खच्चर और एक बैल है, पर वे चारो व्यापारी धन में तुल्य हैं तो बतलाओ घोड़ा आदिकों का मोल क्या है । कल्पना किया कि वोड़ा आदिकों के या १ । का १ । नी १ । षी १ । ये मोल हैं, यदि एक घोड़ा यादि जीवों के या १, का १, नी १, पी १, ये मोल आते हैं तो ५ | २ | ८ | ७ इनके क्या, यो पहिले , ६ का धन या ५ का २ नी ८पी ७ दुआ । इसीप्रकार दूसरे का धन या ३ का ७ नी २ पी ११ हुआ | तीसरे का धन या ६ का ४ नी १ पी २' हुआ और चौथे का धन या ६ का १ नी ३ पो १ ' हुआ ये धन समान हैं इसलिये पहिले और दूसरे धन का समी- करण के अर्थ न्यास | ३८१ या ५ का २८ पी ७ या ३ का ७ नी २ पी १ 'आद्यं व शोषयेत् - इस रीति से यात्रतावत् की उन्मिति का५६६ आई । या २ W इसीप्रकार दूसरे और तीसरे वन का साम्य करने के लिये न्यास | या ३ का ७ नी २ पी १ . या ६ का ४ नी १ पी २ समीकरण के द्वारा यावत्तावत् की उमिति का ३ नी १ पी १ या ३ तीसरे और चौथे धन का समीकरण के लिये न्यास | आई।