पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/३६५

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बीजगणिते - अस्य सूत्रं वृत्तम- वर्गयोगस्य यद्राश्योर्युतिवर्गस्य चान्तरम् । निवातसमानं स्याद्वयोव्यक्तयोर्यथा ॥ ६५ ॥ ३ | ५ | योर्युतिवर्गः ६४ । तयो- वर्गों ६ | २५ | अयोर्योगः ३४ | एतयोः ६४ | ३४ अन्तरम् ३० इदं राश्योर्घातेन १५ द्विघ्न ३० समं भवतीत्युपपन्नं तेषां स्वरूपाणि यथा-न्यासः । ३ ५ सूत्रार्थ - दो राशि का वर्गयोग और योगवर्ग का अन्तर उनके दूने घात के समान होता है जैसा दो अव्यक्त का || उपपत्ति---- कल्पना किया कि ५ । ३ राशि हैं और उनके योग के समान बड़ा चतुर्भुज है (मू.क्षे.दे.) उसका क्षेत्रफल राशि योगका वर्ग है । इस बड़े चतुर्भुज में लघु और बृहत् राशि के समान चतुर्भुजं घटा दिये तो दो क्षेत्र