पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/२८१

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२७४ बीजगणिते - के आधे से भागा हुआ लम्ब होगा, यहां यद्यपि दो के भाग देने से आधा होता है इसलिये भूमि के आवा करने के लिये दो का भाग देना उचित है तो भी 'वर्गेण वर्ग गुजयेद्भजेच' इस सूत्र के अनुसार दर्गरू. पिणी भूमि के आधा करने के लिये चार ही का भाग देना योग्य है, इस- भांति भूमिका वाक हुआ, इससे भागा हुआ वर्गीकृत क्षेत्रफल इसको ज्ञात क १६ लम्ब हुआ क कर्णक ५ के वर्ग क ५५ क ४०६६ • इसका वर्ग क १३ मूल हुआ, में घटाने के लिये समच्छेद हुआ क ४२५५ क १६६ इनका ' योगं करएषोर्महत प्रकल्प्य -' इस सूत्र के अनुसार योग महती १७३०५६०० करणी ८३२१ हुआ, और उनका वात हुआ इसका १६६ ४१६० २६६ १ ८३२१८३२० १६६ १६६ १६६ ६४ और लम्ब क के वर्ग १३ ८३२०. - लघुकरणी हुई, इसका और महती के अन्तर १६६ १ का मूल • छोटी बाधा हुई क । १३ १३ ४०६६ wwwww.. १६६ रु क १३ क ६४ १३ २ को भुज क ५ के वर्ग रू५ में सम- १ च्छेद करके घटा देने से रू क आया यही छोटी आबाघ १३ है | जैसा- करणी के वर्ग में करणी के तुल्य रूप होते हैं वैसा ही रूपों के वर्ग में रूप तुल्यं करणी होनी चाहिये । देखो - क ५ है इसका वर्ग रू ५ . और उसका मूल वही क ५ हुई । क्योंकि जिस राशि का जो वर्ग होता है उसका मूल वही राशि है। अब उस आबाधा क को भूमि क. १३ में घटाने के लिये न्यास । हुधा,. २ १३ १