पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/२७०

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एकवर्ण समीकरणम् । २६२ दश रुपये नगर से निकलते बार दिये इसलिये 'या २ रू०४०' हुआ, इसीभांति दूसरे नगर में प्रवेश करते समय दशरूपये दिये इसलिये 'या ने रू ५०' हुआ, वहां शेषधन को दूना किया इसलिये 'या ४ रू. १००' • हुआ, दश रुपये भोजन किये इसलिये 'या ४ रू ११०१ हुआ, दश रुपये S नगर से निकलते बार दिये इसलिये 'या ४ रु १२०' हुआ, इसीभांति तीसरे नगर में प्रवेश करते समय दश रुपये दिये इसलिये या ४ रूं १३०' हुआ, वहां शेषधनको दूना किया इसलिये 'या ८ रु २६० ' हुआ, दश रुपये भोजन किये इसलिये 'या = रू २७० हुआ, और नगर से निकलतेवार दश रुपये दिये इसलिये 'या ८ रु २८०' हुआ यह तिगुने पहिले घनके समान है इसलिये समीकरण के अर्थ न्यास | dom या ३ रु० या ८ रु २६० समीकरण करने से यावत्तावत् का मान ५६ आया। आलाप-नगर में प्रवेश करते समय दश रुपये देने से शेष ४६ रहा, दूना करने से १२ हुआ, दश रुपये भोजन करने से शेष ८२ रहा, नगरसे निकलतेबार दश रुपये देने से शेष ७२ रहा, फिर दूसरे नगरमें प्रवेश करते समय दश रुपये देने से शेष ६२ रहा, दूना करने से १२४ हुआ, दश रुपये भोजन करने से शेष ११४ रहा, जाते बार दस रुपये देने से शेष १०४ रहा, फिर तीसरे नगर में प्रवेश करते समय दशरुपये देने से शेष १४ रहा, दूना करने से २८४ हुआ, दश रुपये भोजन करने से शेष १७८ रहा और दश रुपये राहदारी देकर अपने घरको गया तो शेष १६८ रहा, यह धन पहिले वन ५६ से तिगुना है उदाहरणम्- साधं माघ तराडुलमान कत्रयमहो द्रम्मेण मानाष्टकं मुद्गानां च यदि त्रयोदशमिता एतावणिकाकिणी। AP