पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/२४१

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२३४ बीजगणिते- इस में १०० घटा देने से दूसरे का सर्वधन २६० हुआ, यह धन द्वियुक्त प्रथम वनके आधे के तुल्य है । जैसा-आन ५१६ इसका आधा २५८ में २ जोड़ देने से २६० दूसरे का धन हुआ । अथवा २६० इस में २ घटा देने से २४८ हुआ इसको दुना करने से पहिले का धनहुआ ५१६ । अथवा दूसरे के धन २६० में २ घटा देने से २५८ हुआ यह पहिले धन ५१६ के आधे २५८ के समान है । दूसरे उदाहरण के अन्तर्गत तीसरे उदाहरण में वही धन हैं ----- या ६ या १० रू १० यहां पहिले के धन का तीसरा हिस्सा दूसरे का वन कहा है इसलिये दो पक्ष हुए या २ रु १०० या १० रू १० अथवा दूसरे के बनको तिगुना करने से दो पक्ष हुए या ६ या ३० रु ३०० 0 दोनों पक्षों का समीकरण करनेसे यावत्तावत् का मान २५ आषा, एक घोड़ा का २५ मोल है तो छ घोड़ों का क्या, इसमांति त्रैराशिक के द्वारा के घोड़ों का मोल १५० आया, इसमें ३०० जोड़ देने से पहिले का धन ४५० हुआ । इसी प्रकार दश घोड़ों का मोल २५० हुआ इस में १०० वटादेने से दूसरे का धन १५० हुआ, इससे तिगुना पहिले का धन ४५० है । उदाहरणम्- माणिक्यामलनीलमौक्तिकमितिः पञ्चाष्ट सशक्रमा- देकस्यान्यतरस्य सप्त नव षट् तद्रनसंख्या सखे |