पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/७८

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शाम्र 1 चतुर्वेदीकोष । ७८ आनः, (पुं.) आम का पेड़ । श्राम का वृक्ष । आम्रकूटः, (पुं. ) एक पर्वत का नाम । श्राम्रातकः, ( पुं. ) आमड़े का वृक्ष । आमड़े का फल । भिलावा । आम्रेडू (क्रि. ) दुहराना | आंडित ( त्रि. ) उन्मत्त की तरह एक बात को बारबार कहना | पुनः पुनः कहा गया । व्याकरण की एक संज्ञा । आम्ला, (स्त्री.) बड़े खट्टे रस वाला । फल । इमली का वृश्च । कुण्ड यः (पुं. ) मदनी | प्राप्ति | धनागम । का एकादश घर लियों के घर की रखवाली करने वाला पहरुश्रा | आयत, (त्रि.) लम्बा | खींचा हुआ | उद्योगी | चौड़ा। आयतन, ( न. ) देवालय | मन्दिर | आश्रम | बैठक | विश्रामस्थान | यज्ञस्थान | यतीगवम्, (न.) गौधों के लौटने का समय । गोधूली । यति-ती, ( श्री. ) श्राने वाला समय । भावी काल । उत्तरकाल प्रभाव । फल देने का समय । मेल । लम्बाई | पहुँचना । आयत, (त्रि.) अधीन | पराधीन | श्रव लम्बिन | वश में । श्रायत्ति, ( स्त्री. ) स्नेह | प्रीति | सामर्थ्य | बल । सीमा । मर्यादा दिन | शयन | विस्तरा | आयस, ( न. ) लोहे का बना पात्र | लोह | लोहे से बना । यस्त, (त्रि. ) फेंका गया । दुःख दिया गया। मारा गया। तेज किया गया आयाम (पुं. ) लम्बाई | रोकना | यास, ( पुं. ) मिहनत । बड़ा यत्न । दुःख । उद्यम क्लेश । चिन्ता | श्रायु, ( पुं. न. ) उम्र । जीवनकाल | उमर । घी | पवन | पुत्र । वंशज । सन्तान | पुरूरवा और उर्वशी के पुत्रगण । आयुज् (क्रि. ) जोड़ना । बाँधना । रखना । नियुक्त करना । बनाना । आयुत, (त्रि.) मिला हुआ । आयुधू, (क्रि. ) लड़ना । आक्रमण करना | सामना करना । ( न. ) हथियार | ढाल | आयुध तीन प्रकार के होते हैं । यथा- ( १ ) प्रहरण, जैसे तलवार ( २ ) हस्तमुक्त, जैसे चक्र ( ३ ) यंत्रमुक्त, जैसे तीर बरतन । श्रायुधधर्मिणी, ( स्त्री. ) जयन्ती वृक्ष | योधनम्, (न. ) लड़ाई | युद्ध | रणस्थल | वध करना। मारना । श्रायुस्, (सं.) जीवन । जीवनकाल | भोजन । दीर्घजीवी होने के लिये आयुष्टोम नामक . आर अनुष्ठान | श्रायुष्मत्, (न. ) दीर्घजीपी बहुत दिनों तक जानेवाला । ( पुं. ) विषकुम्भ आदि योगों में से तीसरा योग । आयुष्य, (त्रि.) बड़ी उम्र करने वाला । पथ्य हितकारी अच्छा आयोग, ( . ) गन्धभाल्योपहार । काम, फूल चन्दन आदि चढ़ाने की सामग्री | तट | किनारा | आयोग (पुं. ) शुद्र का पुत्र जो वैश्या के गर्भ से उत्पन्न हुआ हो । बढ़ई प्रतिलोम वर्णसङ्कर से उत्पन्न एक जातिविशेष | आयोजन, ( न. ) उद्योग आहरण | इकट्ठा करना या लेना । लगाना । जोड़ना । आयोधन, ( न. ) लड़ाई की जगह । युद्ध स्थान | ( कि. ) लड़ना । मारना । युद्ध । वध | , ( पुं. ) पीतल । मङ्गलग्रह | शनिग्रह | मधुराम्रफल खटमिट्ठा फल । वृक्षभेद । अन्तर । फ्रासला | प्रान्तभाग । सन्तरे का पेड़ | चाकू। श्रारा । भार, आरकूट, ( पुं. न. ) पीतल का बना भूषण पीतल का गहना ।