पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/४०

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चतुर्वेदीकोप | ३६ अन्नाचयः, ( पुं. ) मुख्य कार्य की सिद्धि के साथ साथ जहां प्रधान कार्य की भी सिद्धि हो । यथा किसी काम के लिये जाते हुए को दूसरा एक और काम बतला देना । अन्वादेश, (पुं. ) . एक काम के लिये कहने पर भी पुनः दूसरे काम के लिये कहना | अन्वाधेय (ग.) स्त्री धन विशेष | पिता के अनन्तर पति कुल से स्त्रियों को जो धंन प्राप्त होता है वह अन्याय है। न्वासनम्, (न.) उपासना | सेवा करना | पश्चात्ताप पलतावा । शुश्रूषा | आराधना | वहार्य, ( न. ) मासिक श्राद्ध | प्रतिमास किया जानेवाला श्राद्ध दर्शश्राद्ध जो श्रमावस्या को होता है । अन्वाहार्यपचन, ( पुं. ) जिस से श्राद्ध का पकाया जाता है । दक्षिणाग्नि । ऋग्वेदोक्त विधि से स्थापित अग्नि । श्रन्वितम् (त्रि.) मिलित | युक्त | संबन्ध प्राप्त । . (श्री. ) सुनी हुई बात का पुनः युक्तायुक्त विवेचन करना । तर्क के द्वारा यथार्थ अर्थ का निर्णय करना । अन्वेषणम्, (न. ) अनुसन्धान | गवेपणा | छिपी हुई बात को प्रकट करने का प्रयत्न करना | अन्वेषणा, (स्त्री.) खोज | मार्गण | अनु- सन्धान | तर्कादि द्वारा शास्त्रोक्त तत्वों का पता लगाना | अन्वेष्टव्यः, (त्रि.) ज्ञातव्य | जानने योग्य | अन्वेष्ट, (त्रि.) अन्वेषण करनेवाला । अनु- सन्धानकारी खोज करनेवाला । अ, ( स्त्री. ) जल । रंसतन्मात्रा से उत्पन्न शीतस्पर्शवान् पदार्थ को अपू कहते हैं । व्यापनशील पदार्थ विशेष । अप, (उप. श्र. ) श्रपट | वर्जन | वियोग | अप विपर्यय । विकार | चौंर्य । निर्देश । हर्ष । । अपकर्म, ( न. ) दुष्कर्म | दुराचार दुष्टा- चरण | अपकर्ष:, (पुं. ) विद्यमान धर्म की हानि | अपकारः, ( पुं. ) द्वेष । अष्टि | शत्रुता । वैर । विरोध | अपकारक, ( त्रि. ) अनिष्टकर्ता । अनिष्ट करनेवाला । अपकारगी:, ( स्त्री. 3 भर्त्सन वाक्य । तिरस्कार वचन | अपकारार्थक वचन | अपकारी, (त्रि. ) धूर्त शठ | अपकारक | पकार करनेवाला । कुशः, (पुं. ) दन्तरोग विशेष । अपकृतः, (त्रि. ) अपकार किया हुआ | अपकारी (न. ) अपकार | अपकृष्टः, (त्रि. ) होन। अधम | नीच | अपक्रमः, ( पुं. ) पलायन | भागना | य, (स्त्री.] ) द्रोह || वैर । द्वेष | पक्रोश (पुं. ) निन्दन | जुगुप्सन | तिरस्कार | अपक्कम्, (त्रि.) परिणत । नहीं बढ़ाहुया | कच्चा । पक्षेपणम्, (न.) क्रिया विशेष | जिस से किसी वस्तु का संयोग स्थान से धोदेश से होता है | अपगतः, ( त्रि. ) मृत | पलायित | दूरीभूत । (पुं. पगमन निकल जाना । गया । भाग जाना । अपघन, (त्रि. ) देह ! शरीर । अपघातः, (पुं. ) पहनन । निर्दयतापूर्वक मारना । अपचयः, ( पुं. ) हानि | व्यय | अवनति | अपहार । चोर्य । खर्च । अपचायितम्, (त्रि. ) पूजित | श्राराधित | पूजागया ।