सब चतुर्वेदकोष | ३७७ सबल, ( भि. ) सामर्थ्य वाला | सेना सहित | सब्रह्मचारिन्, (पुं. ) गुरु भाई । सभर्तृका, ( स्त्री. ) सुहागिन स्त्री | सभा, ( स्त्री. ) किसी बात को निश्चित करने के लिये जमाव करके बैठने का स्थान, जिसमें वृद्ध हों। परिषद्, मजलिस आदि । "न सा सभा यत्र न सन्ति वृद्धाः " सभाजू, (क्रि. ) सेवा करना । देखना । सभाजन, ( न. ) आने जाने के समय का कुशल प्रश्न | भाव । आदर पूजा | सत्कार । प्रतिष्ठा करना । सभासद्, ( पुं..) सभा में बैठने के अधि- कारी । सभ्य | मैम्बर | सभास्तार, (पुं. ) सभ्य | मैम्बर | सभासद | सभिक, ( पुं. ) ज्वारिया । सभ्य, ( पुं. ) ज्वारी | ( त्रि. ) विश्वासी | सन्, (ग्रव्य. ) भलीभाँति | बहुत | सम, (त्रि. ) समान । तुल्य | सारा । भला । ( न. ) जोड़ । दूसरी, चौथी और छठवी राशियां । ताल । समझ, ( श्रव्य. ) आंख के सामने | समग्र, (त्रि. ) सकल । सारा । समङ्गा, ( स्त्री. ) मजीठ समचित्त, . तत्त्वज्ञानी । समज, ( न. ) वन । समूह । मूर्खों का गिसेह समझा, ( स्त्री. ) कीर्ति | यश | बड़ाई । समज्या, ( स्त्री. ) सभा | कीर्ति । गोष्ठी | समञ्जस, (त्रि. ) उचित | युक्त | समदर्शिन, (त्रि.) सर्वत्र समान भाव से देखने वाला । समदृष्टि, ( स्त्री. ) समान दृष्टि । समधिक, (त्रि. ) अत्यन्ताधिक । समन्त, ( पुं. ) सीमा . समन्ततस (अव्य. ) चारों ओर से | समन्तमञ्चक, (न. ) तीर्थविशेष । समन्तभट्ट, (पं.) बुद्धावतार | बुद्धदेव | सम समन्तभुज् (पुं. ) आग | समन्तात्, ( श्रव्य. ) चारों ओर समन्वित, (त्रि. ) युक्त | सहित | समपद, (न.) अवस्थान विशेष | समभिव्याहार, (पुं. ) साहित्य | साथ | अच्छे प्रकार कहना | समभिव्याहृत, ( त्रि. ) मिला हुआ । सहित । समभिहार, (पुं.) बारबार । समम्, (श्रव्य. ) एकही बार | समय, ( पुं. ) काल । शपथ । आचार | सिद्धान्त | मङ्केत । स्वीकृति । समया, (श्रव्य. ) नैकट्य | सामीप्य | पास | बीच ।
- समयाध्युषित, ( पुं. ) सूर्य्य और तारों से
रहित समय 1 समर, ( पुं. ) युद्ध | लड़ाई । समरमूर्द्धन, ( पुं. ) लड़ाई के मैदान में । समर्थन, ( न. ) अच्छे प्रकार आदर करना । समर्ण, (त्रि.) भले प्रकार पीड़ित किया गया । समर्थ, (त्रि. ) शक्तिसम्पन्न | हितकर | समर्थन, (न. ) पुष्टीकरण | सिद्ध करना | प्रमाण देना । समर्द्धक, (त्रि.) देवता । समयिद (त्रि.) मर्यादा सहित । अच्छे आचरण वाला | समल, (त्रि.) बहुत मैला | काला । ( न. ) विष्ठा । समवतार, (पुं.) पानी में नीचे जाने की सीढ़ियाँ | समवर्तिन, (पुं. ) यमराज । पुलिस आदि राज्यकर्मचारी जो फिर्यादी और अपराधी को समान बर्ते । समवकार, (पुं.) नाटक विशेष | समवाय, ( पुं. ) समूह । मेल । न्याय दर्शन में सम्बन्ध विशेष |