पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३३

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चतुर्वेदकोष । ३२ अनु श्रनुपरत, (त्रि. ) अविरत | सन्तत । लगा हुआ।" जिसकी इच्छा निवृत्त न हो । अनुपलब्धि, ( स्त्री. ) प्राप्ति का अभाव | ज्ञानाभाव, इन्द्रियजन्य ज्ञान का प्रभाव | अनुपसंहारी, (पुं.) लाभास विशेष | दुष्टहेतु । जिसमें अन्वय या व्यतिरेक का कोई दृष्टान्त न मिले | अनुपस्कृत, (त्रि.) अविकृत | विकाररहित । अनिन्दित । अविगर्हित । अनुपहित, (त्रि.) यक्षर | चिमहा । अनुफाकृत, (पुं.) संस्कृत यज्ञीय पशु । अनुपात, (पुं.) त्रैराशिक गणित | पीछे गिरना | अनुपातक, (न. ) पातक विशेष | महा- • पातक के समान पाप | अनुपानम्, (न. ) औषध का विशेष | श्रौषध के साथ पीने योग्य अनुपूर्व, ( पुं. ) परिपाटी | याक्रम | अनुपेत, (त्रि. ) अयुक्त । पृथक् पृथक् । अनुप्रास, ( पुं. ) शब्दालङ्कार विशेष | स्वरों की विषमता होने पर भी व्यञ्जनों की समानता से यह अलङ्कार होता है। अनुच, (पुं.) सहायता करनेवाला। सहायक | अनुचर अनु I अनुबन्ध, ( पुं. ) इच्छा से अपराध करना | वात पित्त श्रादि दोपों की प्रधानता । विनाशी । व्याकरण में प्रकृति, प्रत्यय • आगम आदेश आदि में कार्य के लिये जो वर्ण लगा दिये जाते हैं वे भी अनुबन्ध कहे जाते हैं। पिता माता आदि का अनु- घर्तन करनेवाला पुत्र | प्रारम्भ किये हुए किसी काम का अनुवर्तन करना। सम्बन्ध | भावी अशुभ परिणाम । फल साधन । अनुबन्धी, (त्रि. ) सहचारी | सतत, व्यापक- शील । अनुबोध, (! ) पुनः उद्दीप्त करना । उत्ते- जित करना। पीछे से जानना । अनु अनुभव, (पुं.) स्मरण भिन्न ज्ञान | प्रौथ- मिक ज्ञान । वह दो प्रकार का होता है थार्थ और यथार्थ | गथार्थानुगत ही का नाम प्रमात्मक ज्ञान है | 1 अनुभाव, (पुं. ) राजाओं का तेज विशेष | कोष और दण्ड से उत्पन तेज | प्रभाव | सामर्थ्य । निश्चय | हृदय स्थित भाव को प्रकाशित करने वाली चेष्टा । A अनुभांव्य (त्रि.) अनुभव का विषय | अनुभूतः, (प.) परिचित | जाना हुआ। अनुभूतिः, ( सी. ) ज्ञान विशेष अनुभव | अनुमत, (प्र.) अनुज्ञात | किसी काम के लिये थाज्ञा पाया हुआ । सम्मत | सीकृत | अनुमतिः, (सी) तुज्ञा | धाज्ञा देना | श्रद्धा की कन्या का नाम एक पूर्णिमा का नाम । जिस पूर्णिमा को उदय काल में प्रतिपद होने के कारण चन्द्रमा कला हीन हो । अनुमन्ता, (त्रि. ) श्राशा देने वाला। दूसरों को कार्य में उत्साहित करने वाला । अनुरणन. ) किसी के मरण के पश्चात् का मरण | सती होना मृत पति का साथ देना । अनुमा, ( श्री. ) धनुमिति । अनुमान | अनुमान, (न. ) कल्पना । सांख्य कथित प्रधान न्याय के मत से प्रमाण विशेष | अनुमितिः, ( स्त्री. ) मर्श से उत्पन्न ज्ञान वस्तु को जानना । अनुमेय, (त्रि.) श्रनुमान करने के योग्य | अनुमोद, (पुं. ) स्वीकार करना एवमस्तु । तथास्तु | अनुमोदित, ( त्रि. ) अनुज्ञात | अनुमोदन किया हुआा। अनुमत अनुयाज, (पुं.) यज्ञ का अहविशेष प्रयाज आदि पाँच यश - अनुभव विशेष परा- हेतु वा तर्क से किसी