पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३२१

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वारि चतुर्वेदकोष | ३२५० वारिमसि, (पुं) मेघ । बादल | वारिराशि, (पुं. ) समुद्र | बारिरह, ( न. ) कमल । वारिवाह, (पुं.) मेघ वारिश, ( पं. ) विष्णु । वारीश, (पुं. ) समुद्र । वरुण वारु, ( पुं. ) विजय कुअर । वालि (बालि), (पुं.) सुग्रीव का बड़ा भाई । चारुठ, (पुं. ) अर्थी | ठठरी | यान जिसपर चालुका (बालुका), (स्त्री.) रेती | चूर्ण | कपूर | मुर्दा लादा जाता है । वारुण, ( त्रि. ) वरुण सम्बन्धी । (पुं.) भारत वालुकाका } ( खी. ) ककड़ी ॥ 1 वर्ष के नौ खण्डों में से एक । ( न. ) जल | घारुणि, (पुं. ) अगस्त्य भृगु । वारुणी, ( स्त्री. ) पश्चिम दिशा । मदिरा शतभिषज | दुर्वा घास | वरुण पत्नी | ( पुं. ) सर्पराज ( न. ) आँख और कान का मैल | नात्र से पानी उलीचने घारुण्ड, का पात्र । वारुण्डी, (स्त्री.) द्वार की सीढ़ी । चार्णिक, ( पुं. ) लेखक । क्लार्क । वार्तिका, ( स्त्री. ) बटेर पक्षी । वार्त्त, (त्रि. ) तन्दुरुस्त | इसका ? निर्बल | असार । पेशे वाला । ( न.) स्वास्थ्य | चातुर्थ । वार्ताक, ( पुं. ) बेंगन । भटा । वार्त्तावह, ( पुं.) दूत । जासूस वार्त्तिक, (न. ) वृत्ति स्वरूप में गया ग्रन्थ विशेष | गद्य ग्रन्थ | रचा वार्द्धक्य, (न. ) बुढ़ापा चार्द्धि, ( पुं. ) समुद्र । वार्द्धषि, (पुं.) सूदखोर ब्याज खाने वाला । वार्द्धपिन्, (त्रि. ) ब्याज पर जीने वाला | वार्द्धष्य, ( न. ) ऋण दान । वास, ( पुं. ) गेंड़ा। जङ्गली बकरा जिसके लम्बे कान होते हैं । वार्मण, (न. ) कवच पहिने हुए लोगों का समूह | वार्मुच, (पुं.) मेघ । बादल i वार्षिक, (त्रि. ) सालाना | बर्साती । ( न. ) एक औषध विशेष | वार्षिला, ( स्त्री. ) नरक विशेष | चार्ष्णेय, (पुं.) कृष्ण | नल के सारभि का नाम । चाद्रथ (बार्हद्रथ ), वाईद्राथ (बार्हद्रथि), } (पुं.) जरासन्ध x चालक, ( न. ) छाल का बना कपड़ा । वाल्मीकि, ( सं . ) रामायण बनाने वाले मुनि का नाम । इस नाम का एक चाण्डाल महाभारत में पाण्डवों के अश्वमेधको साङ्गता द्योतक शंख इसी की पूजा और भोजन होने पर बजा था। वावदूक, (त्रि. ) वक्ता । बातूनी वावव, (पुं.) तुलमी या उसी प्रकार का तीव्र गन्ध वाला वृश्च वावुट, (पुं.) नाव | डोंगी । वावृत्, (क्रि. ) चुनना खोजना सेवा करना । वास २ वाशिष्ठ, वासिष्ठ, :} वा, (क्रि. ) गुर्राना | गरजना | चीखना । ( पशुपचिो की बोली ) बुलाना वाशित, (न. ) पक्षियों की बोली | बुलाना | पुकारना । वाशिता, ( स्त्री. ) हथिनी । स्त्री | (न. ) 1 प्यार करना । वमिष्ठमुनि का उपदेश दिया हुआ योग विद्या का ग्रन्थ | योगवासिष्ठ । वाश्र, (न. ) घर | चौराहा । ( पुं. ) दिन वास्प, } (पुं. ) भाफ । आँसू । तकिया। वास्. (क्रि. ) मुगन्धित करना । वास, ( पुं. ) वर | वन | रहना | सुगन्ध | वासक, ( पुं. ) वृक्षविशेष असा । दमे की उत्तम औषधि 1