पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३२०

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

घाम चतुर्वेदकोष । ३२४ वामन, (त्रि. ) बौना । छोटा शुल्प | घटाया हुआ। कम किया गया । झुकाया गया । ( पुं. ) विष्णु का पांचवा अवतार | दक्षिण दिकुअर । काशिका वृत्ति के रच यिता का नाम । घामनी, ( स्त्री. ) बौनी स्त्री | घोड़ी | योनि का रोग विशेष | वामलूर, ( पुं. ) वल्मीक । वल्मी । वामलोचना, (स्त्री. ) सुन्दर नेत्र वाली स्त्री | वामा, ( स्त्री. ) स्त्री | बड़ी प्यारी स्त्री | गौरी । लक्ष्मी • सरस्वती । घामाचार, ( पुं. ) उल्टी चाल | तन्त्र का आचार विशेष | वामी, (स्त्री.) घोड़ी | गधी | थिनी | गदिइनी । वामोर, ( स्त्री. ) सुन्दर वस्त्र वाली स्त्री | वायवी, ( स्त्री. ) उत्तर पश्चिम दिशा । वायव्य, (त्रि. ) पवन सम्बन्धी । वायस, ( पुं. ) काक । तारपीन वायसारातिं, ( पुं. ) उल्लू । वायु, ( पुं. ) पवन पवनदेव प्राणवायु वायुपुत्र, (पुं. ) हनुमान् । भीमसेन । वायुभक्ष, (पुं. ) सर्प । वायुवर्त्मन, ( न. ) आकाश | वायुवाह, ( पुं. ) धूआं धूम | वायुवाहिनी, (स्त्री. ) शरीर की नाडी विशेष | वायुसख, (पुं. ) अग्नि | आग वाय्वास्पद, (न.) धाकाश | घार्, (न. ) पानी | जल । वार, (पुं.) ढकत्ता | समूह | झुण्ड | गिरोह | दिवस जैस रविवार यादि । समंय | बारी । अवसर । द्वार । नदी का दूसरा सामने वाला तट | शिव | पूँछ । ( न. ) जलसंध मदिरा रखने का पात्र घारक, (त्रि. ) रोकने वाला | हटाने वाला | घोड़े की चाल विशेष । घोड़े का विष । वारण, (न. ) रोक | निषेध | पकड़ (पुं.न.) हाथी | कवच | वारि वारणवुशा, वारणवुसा, ( स्त्री. ) केले का पेड़ वारणवल्लभा, ( स्त्री. ) केला # हथिनी वारमुख्या, ( स्त्री. ) वेश्या | वारंवार, (श्रव्य. ) बेर बेर । वारयितृ, (पुं. ) पति | मालिक | ( त्रि. ) हटाने वाला | वारयोषा, ( स्त्री. ) वेश्यां । रसडी वारबाण, (पुं. न. ) कवच | वाराङ्गना, ( स्त्री. ) रण्ड़ी | चाराणसी, ( स्त्री. ) काशी | वाराह, (पुं. ) शकुर | वृक्ष विशेष | ( त्रि. ) शूकर सम्बन्धी | वाराहकल्प, (पुं.) जिस कल्प के प्रारम्भ में वाराह अवतार पहले हुआ हो । वर्तमान कल्प में श्वेत वाराह अवतार हुआ था इस लिये इसका नाम श्वेत बाराह वाराहपुराण, (न. ) अठारह पुराणों में से एक वाराही, ( स्त्री. ) सुअरिया | भूमि | पृथिवी | शकर के रूप में विष्णु की शक्ति माग विशेष | वाराहीकन्द, ( पुं. ) एक प्रकार का कन्द वारि, (न. ) पानी रस । ग्रन्थ १ पदार्थ | वारिचर, (पुं. ) पानी में चलने वाले जीव- धारी जन्तु | वारिज, (न. ) कमल । लौंग | निमक | गौर सुवर्ण ( पुं. ) शङ्ख घोंघा वारित्र, ( स्त्री. ) छाता । घूघी आदि वह वस्तु जो पानी के भीगने से बचावे | वारिद, न. ) मेत्र | बादल । मौथा । (त्रि.) पानी देने वाला | वारिधि, ( पुं. ) समुद्र