पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/२१५

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निधि चतुर्वेदीकोष | २१६ निधि, ( पुं. ) धन वह धन जिसका कोई पार्ने वाला या स्वामी नहीं । अवलम्ब | जैसे “ दयानिधिः ” । “वारिधिः ” । निधीश, ( पुं. ) कुबेर । निधुवन, ( न. ) सुरत । क्रीड़ा । संयोग । मैथुन । निनद, १ ( पुं. ) ध्वनि । शब्द | रथ या निनाद, गाड़ी का शब्द । निन्दा, ( स्त्री. ) बुराई । अपवाद | दोष | निन्दक, ( पुं. ) निन्दा करने वाला । निन्द्य, ( गु. ) निन्दा करने योग्य | बुरा । निपत्या, ( स्त्री . ) युद्धभूमि । निपात, ( पुं. ) मरण | व्याकरण में च, प्र आदि अजीव वाचक अव्यय | निपान, (न. ) कुएँ का हौद । दुधैड़ी । निपीडित, ( त्रि. ) निचोड़ा गया । निपुण, (त्रि.) प्रवीण | चतुर । निबन्ध, (पुं.) किसी वस्तु का किसी नियत समय पर देने की प्रतिज्ञा । ग्रन्थ या प्रबन्धरचना | मूत्ररोगविशेष । बन्धन । नीम का पेड़ | अनाह रोग जिसमें मल-मूत्र रुक जाते हैं। निबन्धन, (न. ) हेतु । बाँधना | वीणा का ऊपरी भाग । निभ, ( पुं. ) बहाना | सदृश | समान | निभृत, ( त्रि. ) गुप्त | निर्जन । एकान्त | अतोन्मुख | विनीत | घी । निश्चल निमज्जथु, (पुं.) श्रवगाहन | स्नान करना | चुपचाप स्थित रहना । निमज्जन, (न. ) चुप रहना निश्चल रहना । जल में घुसना ! निमंत्रण, न. ) बुलावा । श्राह्वान | निमान, (न.) मूल्य | मोल । निमि, ( पुं.) चन्द्रवंशीय एक राजा का नाम। निमित्त, ( न. ) हेतु । कारण | चिह्न । होने वाले शुभ अशुभ को बताने वाला । शकुन । उद्देश्य । निमित्त कारण, (न. ) न्याय शास्त्र का कारण विशेष । जो निमित्तमात्र हो जैसे घड़ा, दीपक श्रादि का कुम्हार, चाक, सूत्र आदि निमित्त कारण हैं। मट्टी उपा- दान कारण । नियो निमिष, १ ( पुं. ) वह समय जितने में निमेष, आँख का पलक झपकै । निमीलन, ( न. ) आँख का झपकाना | समेटना | निम्न, (त्रि.) गभीर । नीचा गहरा । गढ़ा । खोल । निम्नगा, ( स्त्री. ) नदी। गहरी बहने वाली । निम्नोन्नत, ( त्रि. ) ऊँचा नीचा | दबा हुआ और उठा हुआ। असम निम्ब, ( पुं. ) नीम का पेड़ । निम्लोचन, ( न. नियत, (त्रि.) निश्चित | पका | नित्य | अस्तप्राय । आचार वाला। नियम वाला । नित्य का काम । नियति, ( स्त्री. ) नियम भाग्य | नियन्त्र, (८ पुं. ) सारथि । गाड़ीवान् । प्रभु दण्ड देने वाला | · नियन्तृत, ( त्रि. ) अबाध | रुका हुआ | भले प्रकार वश में किया गया। नियम, ( पुं. ) प्रतिज्ञा । निश्चय | व्रत । शौच । सन्तोष | तप । वेदाध्ययन | ईश्वर में चित्त लगाना | नियामक, (पुं.) आज्ञादाता। स्वामी | माँझी । नियुत, ( न. ) दस लाख । नियोग, (पुं. ) अवधारण जताना | काम | काम लगाना । नियोग्य, ( त्रि. ) प्रभु । स्वामी । 1 नियोज्य, ( त्रि. ) जिसे काम दिया जा सकता है | भेजने योग्य | नौकर | दास । परिचारक | नियोजन, (न. ) लगाना | आज्ञा देना । मिलाना। स्थिर करना |