पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/१७०

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जय ८ चतुर्वेदीकोष । १७० जयन्त (पु. ) इन्द्र के पुत्र का नाम जिसने के काक बन कर सीता जी के चोंच से घाव किया था। चन्द्रमा शिव। अज्ञात वास में भीम का नाम । जयन्ती, ( स्त्री. ) दुर्गा | झण्डा | इन्द्र की कन्या का नाम । बुढ़ापा । वृक्षविशेष | भगवान् श्रीरामचन्द्र श्रीकृष्ण आदि के जन्मोत्सव का दिन | जयपत्र, (न. ) विजयसूचक पत्र | अश्वमेध के घोड़े के माथे पर जो पत्र बाँधा जाता था उसे जयपत्र कहते थे । जयपाल, ( पुं. ) वृक्षविशेष | द्रह्मा । विष्णु । राजा । जमालगोटे का पेड़ | जया, (स्त्री.) हड़ | जयन्ती | दुर्गा | भाँग | झण्डी । नील दुर्गा । शान्ता वृक्ष । ज्योतिष में त्रयोदशी, अष्टमी और तृतीया जया तिथि कही जाती हैं। जय्य, (त्रि.) जीतने योग्य । जो जीता जा सके । जरठ, (त्रि.) कठोर । कड़ा । कर्कश | जरत्, (त्रि.) वृद्ध | बूढ़ा । पुराना | जरत्कारु, ( पुं. ) मनसादेवी का पति । एक मुनिविशेष | मनसादेवी ( स्त्री. ) । जरद्भव, (पुं) बूढ़ा बैल । पञ्चतंत्र का एक गीध | जरन्त, (पुं.) भैंसा | बूढ़ा । पुराना | ढीला | जरा, (स्त्री.) बुढ़ापा जल जर्जर, (पुं.) बूढ़ा । अतिप्राचीन । बहुत से पुराना | इन्द्र का झण्डा शक्रध्वजा । ज, (क्रि. ) निन्दा करना । जलू, (क्रि. ) छोंकना। तेज होना । जल, (त्रि.) जड़ । मूर्ख । पेट । ठण्डा | गन्धद्रव्य | लग्न से चौथा घर । पूर्वाषाढ़ नक्षत्र । पाँच तत्वों में से एक तत्त्व जल भी है । जलकण्टक, (पुं. ) सिंघाड़ा । नक । संसार । जलकपि, ( पुं. ) घड़ियाल । शिशुमार । जलकरङ्क, (पुं. ) नारियल । बादल । कमल का फूल । शङ्ख । लहर | जलकाक, ( पुं. ) पानी का कौया । पान- कौड़ी । जरायुज, (त्रि. ) वे प्राणी जो जरा से युक्त उपजते हैं । यथा - मनुष्य, मृग, श्रादि । जरासन्ध, (पुं.) मगध देश का प्रसिद्ध बलवान् राजा कहा जाता है जब यह उत्पन्न हुआ था, तब इसके शरीर के दो भाग पृथक् पृथक् थे । किन्तु जरा नाम की राक्षसी ने उन दोनों को एक कर दिया, इससे इसका नाम जरासन्ध पड़ा। जर्च-ई, (कि. ) कहना | भिड़ना घुड़ कना। जलकुन्तल ( पुं. ) सिवार घास । शैवाल । जलज, जलचर, (पुं.) जल में रहने वाले जीवजन्तु । () सिवार । मछली । कमल शङ्ख या पानी में उत्पन्न हुई कोई भी वस्तु जलद, (पुं.) बादल कपूर जल देने वाला । संख्या जलदागम, (पुं.) वर्षा ऋतु । जलधर, (पुं.) बादल । कपूर । समुद्र पानी रखने वाला । जलधि, (पुं. ) समुद्र । चार विशेष | जलधिजा, (स्त्री.) लक्ष्मी । जलनिधि, (पुं.) समुद्र । चार । जलबुद्बुद, (न. ) बुलबुला जलमार्ग, ( पुं. ) मोरी। नाली । जलमुच् (पुं. ) मेघ । बादल | जलयंत्र, (न. ) फुआरा । पानी की कल । जलवेतस् (पुं.) पानी उत्पन्न हुआ बेत । जलव्याल, ( पुं. ) साँप क्रूरकर्म्मा जीव