पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/१५४

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

गुह्य A · । गुह्य, (त्रि.) पाखण्ड । परमात्मा । एकान्त । भग । लिङ्ग । ( न. ) रहस्य | छिपाने के योग्य | चतुर्वेदीकोष । १५४ गुह्यक, (पुं.) मुख जिसका छिपा हुआ हो । देवयोनिविशेष | कुबेर के धन को बचाने वाले । (क्रि. ) मल त्यागना । गूढ़, (त्रि.) गुप्त छिपा हुआ । ढका हुआ । ८ गहन । एकान्त | गूढज, ( पुं.) छिपा कर पैदा हुआ । बारह प्रकार के पुत्रों में से एक गूढपाद, (पुं. ) सर्प । साँप गूढपुरुष, (पुं. ) जासूस । भेदिया । गूढ़मैथुन, ( पुं. ) काक । गूढाङ्ग, ( पुं. ) कच्छप | कछुआ । गूथ, (पुं. न. ) विष्ठा । मल । गूरू, (क्रि. ) उद्योग करना | मारना । जाना । ग्रु, (क्रि. ) सींचना । गृज् (क्रि. ) शब्द करना । गृञ्जन, ( पुं.) गाजर | विषैले पशु का मांस | गृधू, ( क्रि. ) लोभ करना | लालच दिखाना | गृध्नु, ( गु. ) लोभी । गृध, ( पुं. ) गाँध | शकुनि । लोभी । गृध्रराज, (पुं. ) गरुड़पुत्र जटायु | पक्षियों का राजा । गृष्टि (स्त्री.) एक बार व्याने वाली गौ । बराहक्रान्ता | काश्मरी । गृह, (क्रि. ) ग्रहण करना । लेना | पकड़ना । गृह, ( न. ) घर कलत्र | स्त्री । नाम | जब यह शब्द एक घर के अर्थ में प्रयुक्त होता है तब यह नपुंसक लिङ्ग होता है और जब एकसे अधिक घरों के अर्थ में प्रयुक्त किया जाता है; तब यह पुंलिङ्ग होता है । गया मेघदूत में -- " " तत्रागारं धनपतिगृहान् | गृहपति, ( पुं. ) घर का स्वामी । मंत्री | धर्म । गोक गृहमणि, (पुं. ) प्रदीप | दीपक | दीवा । गृहमृग, ( पुं. ) कुत्ता । गृहमेधिन्, ( पुं. ) गृहस्थ गृहमेघीय, (पुं. ) गृहस्थों के धर्म । गृहयालु, ( त्रि.) लेने वाला । गृहस्थ, ( पुं.) घर में रहने वाला । गृही । द्वितीय श्रम वाला एकान का गृहागत, ( पुं. ) अतिथि । आगन् पाहुना । गृहावग्रहरा ( स्त्री. ) देहली । देहरी । दहरी । डेवढ़ी गृहिणी ( स्त्री. ) घर वाली पत्नी घर- सम्बन्धी कार्य में चतुरा स्त्री । गृहिन्, ( पुं. ) गृहस्थ । गृहीत, ( त्रि.) स्वीकृत | प्राप्त | जाना हुआ | पकड़ा गया । गृहनर्दिन्, (पुं. ) घर में डींगें मारने वाला और युद्धक्षेत्र में पीठ दिखाने वाला । भीरु । डरपोक । गृह्य, (पुं.) घर में फँसा हुआ। पशु पक्षी मलद्वार | वेदविहित कर्मों के प्रयोगों को बताने वाला ग्रन्थविशेष पराधीन | घर का । । गृ, ( कि. ) जताना | शब्द करना । निगल जाना । गेन्दुक, ( पुं. ) गेन्द | गद्दा गेय, (त्रि. ) गवैया | गान । गीत | गेह, (न. ) घर | गै, (क्रि.) गाना | गैरिक, (न. ) गेरू | सोना । । गो, (पुं. ) बैल | स्वर्ग । किरन । वज्र । जल | पशु । चन्द्रमा । वायु सूर्य । औषध विशेष | गाय । दृष्टि । तीर । दिशा । माता । वाणी ।" भूमि । ) गौ जैसे कान वाला । बछड़ा। खच्चर 1 एक तीर्थ का नाम । पशुभेद | गणदेवता का भेद । गोकर्ण, (!