सनिति ( ८७६) सुगातक सङ्गतिक सत्तितिः (स्त्री०) १ साथ साथ प्रशेषण | २ सङ्कुचन | संगत ) (०).2 ऐक्य | मेल संप करण | ३ फेंकना प्रेषण घात की जगह | प्रात संक्षेषः ( पु० ) १ निक्षेप । मुख्तसर ३ संकोचन प्रक्षेप २ खुलासा घटाना ४ सार संग्रह | ५ फिकाव | प्रेपण | ६ ले जाना ( ७ किसी अन्य के कार्य में साहाय्य प्रदान संचेपणां (न० ) १ ढेर करना | २ संक्षेपकरण । सार निकाल लेना । ३ प्रेपण । संक्षामः (पु०) कंपकपी । थरथराहट २ घबड़ाहट उसेजना | ३ अस्तव्यस्तता उलट पलट अभि मान अहङ्कार | २ सतं ) साथ संगत। ३ परिचय | मैत्री वनि- हता ४ संगत कथन | युक्तियुक्त भाषण | सङ्गतिःसाथ सुहबत संगत : ३ स्त्रीमैथुन। संगतिः ) ( बी० ) 1 ऐक्य मेल । २ संग । ४ ग्यता उपयुकता उपयोगता उपयुक्त सम्बन्ध संयोग इतिहाफिया इनिफ्राफिया घटना ६ ज्ञान ७ ज्ञान प्राप्त करने के लिये बार बार प्रक्ष करने की क्रिया | } संख्यं ( न० ) युद्ध लाई संग्राम | t I संख्या (स्त्री० ) १ गणना गिनती । २ हिंदूसा | संगमनं ) अङ्क | ३ जोडा़ । १ हेतु | युक्ति ! समझ । बुद्धि सङ्ग ६ विचार ढंग तौर तरीका 1-प्रतिग-संगरः प्रतीत, (वि० ) संख्या से परे वह जिसकी सङ्गरः गिनती न हो सके। --वाचकः, (पु० ) संख्या सम्बन्धी । ० संगमः ) : पु० ) सङ्गमः ) नुहबत | ३ | मिलाप | २ साथ | 1 | संस्पर्श ४ स्त्री- मैथुन स्त्रीसंग | ( नदियों का ) संगम ६ भिड़न्त मुठभेड़ लड़ाई | ७ योग्यता उप- युकता ८ ग्रहों का समागम संयोग | २ मेल | ऐक्य संगम संगणिका । मणिका) (म० ) मेल । ऐक्य ह } ( पु० ) १ प्रतिज्ञा वादा इकरार २ स्वीकार । अङ्गीकार | ३ सौदा | ४ युद्ध | समर ५ ज्ञान ६ भक्षण विपत्ति । विए। ज्ञहर 1 लड़ाई सद संख्यात ( ३० कृ० ) १ गिना हुआ। संख्यातं ( न० ) संख्या अङ्क | संख्याता ( स्त्री० ) पदेली विशेष । संख्यावत् (वि० ) १ गिना हुआ । २ युक्ति वाला । ( पु० ) परिडत जन । संगः ) (५०) सङ्गः ) ३ संसर्ग संस्पर्श योगी 1 व्यवहार | २ अनुराग ४ साथ | मैत्री | मैत्री-सङ्गिन अनुरकता। धमि- संगीत लाप । ६ सांसारिक वस्तुओं में आसक्ति 1 सहीत } (व० ० ) मिल कर गाया हुआ । भिवन्त । लड़ाई | संगध: ( ( पु०) तड़का होने से ३ मुहूस बाद का सङ्गवः काल । वह समय जब चरवाहा बछड़ों दूध पिला कर और गोवा को दुह कर चराने को ले जाता है। को संगादः ( ( पु० ) संवाद । वार्तालाप । सङ्गादः ) संगिन् । (वि० ) १ संयुक्त मिला हुआ । २ भक्त । अनुरक्त | (स्त्री०) उत्तम संवाद | अनुपम संवाद | संगीत ) ( न० ) १ वह गाना जो कई लोगों द्वारा सङ्गीतं ) मिल कर गाया जाय । २ वह गान और वाययंत्रों के साथ जय ताल के साथ गाया जाय। संगत ) ( व० कृ० ) 1 जुदा हुया मिला हुआ । ३ गाने बजाने की कला ।-शास्त्रं, (न० ) वह सङ्गत ) २ गया हुआ। एकत्रित | ३ विवाहित शास्त्र जिसमें सङ्गीतकला का निरूपण हो । "मैथुन द्वारा मिला हुआ। ४ उपयुक्त मुनासिव संगीतकं ) ( न०) १ गाना बजाना । २ एक प्रकार
- एक राशि पर एकत्रित । ६ संकुचित । सकुड़ा | सङ्गीतकं ) का सार्वजनिक संगीत का अभिनय जिसमें
। हुधा । गाना बजाना हो ।