सकी सङ्कीर्ण हुआ। ४ अस्पष्ट ५ मदमस्व | नशे में चूर दोगला । अकुलीन । ७ अविशुद्ध । मिलावटी सँग । सँकरा । सङ्कुचित । संकीर्णः ) ( पु० ) १ वर्णसङ्कर जाति का श्रादमी। सङ्कीर्णः । २ वह राग या रागिनी जो अन्य दोरागों या रागिनियों को मिला कर बने । ३ मदमस्त हाथी नशे में चूर हाथी । संकीर्ण ) ( न० ) कठिनाई। विपत्ति सकूट ( सङ्कीगी । जाति, योनि, ( वि० ) दोगली नस्ल का 1- युद्धं ( म० ) गड़बड़ लड़ाई | ( ८७८) ६ ८ संकीर्तन ( न० सङ्कीर्तनं ( न० ) ( संकीर्तना (स्त्री० ) ( सङ्कीर्तना (स्त्री०)) किसी देवता के नाम का बार बार नाम लेना। संकेतित ) सङ्केतित ) संकोचः ) ( पु० ) : सिकुड़न | २ संक्षेपकरण | | सङ्कोचः ) हास | ३ भय | डर । ४ बंदी रोक १५ बंधन ६ एक प्रकार की मधुली । संक्रंदनः सकन्दनः } (पु० ) श्रीकृष्ण भगवान का नाम । | संक्रमः ( पु० ) १ सहमत्य । २ सहमगन । Y सङ्कभः १३ परिवर्तन । अवस्थान्तर प्रवृत्ति । विपया- न्तर प्रसङ्ग ४ किसी ग्रह का एक राशि से निकल कर दूसरी राशि में जाना । २ गमन । यात्रा | 1 प्रशंसा | स्वव | स्तुति | सारीफ़ | २ किसी देवता की महिमा का वर्णन यास्तवन |३|संक्रमं संकेतकः } (पु०) १ नियम । हूकरार | २ नियुक्ति । सङ्केतकः ) ठहराव । ३ प्रेमी प्रेमिका के मिलने का स्थान १४ प्रेमी या प्रेयसी को मिलने के लिये समय का सङ्केत करें । २ नियुक्ति | सक्षय ( वि० ) १ संकेत किया हुआ । नियमा नुसार निरित | २ आमंत्रित | बुलाया 1 रास्ता | २ पुन | सेतु । २ किसी १दुरधिगम्य मार्ग सँकरा वस्तु की प्राप्ति का साधन । संकुचित } (व० इ० ) १ सिकुड़ा हुआ सिमटा | सङ्कुचित हुआ। संक्षेप किया हुआ | २ सिकुड़न- संक्रमणं } (
- दार। झुर्रियाँ पड़ा हुआ | ३ बंद | हुँदा हुआ | | सङ्क्रमणं । दूसरे बिन्दु पर गमन | ३ सूर्य का एक
४] ढका हुआ। ० ) १ऐकमस्य | २ एक विन्दु से ४ वह विशेष राशि से दूसरी राशि पर गमन दिन जिस दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं। २० सङ्क्रनं (न० ) संक्रमः ( पु० सङ्क्रमः ( पु० ) संकुल ) ( वि० ) 1 गढ़वद २ मरा हुआ। परि- सहुल ) पूर्ण ३ अस्तव्यस्त । ४ असंगत। संकुल ) ( न०) सहुलं दल | गहा | भीड़भाड़ जनसमुदाय | झुंड । संकुल ) ( न० ) 1 गिरोह झुंड गहा । २ सङ्कुलं । तुमुल युद्ध | ३ असंगत या परस्पर विरो- | संक्रांति घिनी वक्ता | सङ्क्रान्तिः ) ( स्त्री०) १ ऐक्य | मेल । २ अवस्था- न्तर प्रवृत्ति ३ सूर्य थथवा अन्य किसी ग्रह का एक राशि से दूसरी राशि पर गमन । ४ परिवर्तन। ( दूसरे को देना ) ५ प्रदान शक्ति | ६ प्रसिछवि प्रतिमूर्ति । ७ वर्णन | रञ्जन | संक्रांत संक्रान्त १ ( घ० कृ० ) १ प्रविष्ट घुसा हुआ। J२ परिवर्तित बदला हुआ। ३ पकड़ा हुआ। ४ विचारा हुआ। लोचा हुआ | ५ वर्णित | रजित | संकेतः ) ( पु० ) १ स्वल्पाचर उहख या निर्देश | संङ्केतः ) इशारा | २ चिह्न चिन्हानी निशान। नियमपत्र ४ कामशाब ३ नियमावली संवन्धी शक्ति | शृझरचेष्टा २ प्रेमी और प्रेमिका के मिलने का वादा ६ प्रेमी और प्रेमिका | सङ्क्राम संक्राम देखो संक्रम । के मिलने का स्थान । ७ ठहराव । शप्तै । ८ ( या संकीनन } ( T० ) साथ साथ खेलने वाले। ) ( न० ) प्रेमी और प्रेमिका के मिलने का स्थान | स्थानं, संकेदः ) ( पु० ) १ नमी | तरी सील २ एक सलेदः) प्रकार का पनीला पदार्थ जो प्रथम मास में गर्भ के रूप में रहता है। संक्षयः ( पु० ) १ नाश | विनाश । २ पूर्ण विनाश | ३ हानि । बरवादी ४ अन्त । अवसान प्रलय