वर्मा चमणः ( पु० ) नारंगी का पेड़ | वमिंः ( पु० ) मत्स्य विशेष चर्मित (दि० ) वर्म या कवचधारी । वर्य (वि० ) १ चुनने येग्य | २ सर्वोत्तम । मुख्य प्रधान । वर्यः ( पु० ) कामदेव | वर्या ( स्त्री० ) १ वह लड़की जो स्वयं अपना पति वरण करें । २ लड़की | वर्षट ( न० ) देखो वर्बट वर्षण ( स्व० ) दावी बर्यणा | ( ७४३ ) वर्दर (वि० ) १ हकलाने वाला | २ घुबराला | वर्वरः ( पु० ) १ जंगली | २ मूर्ख | गण्डमूर्ख ३ पतित | ४ घुंघराले बाल । २ हथियारों की खटा- पटी या भंकार । ६ नृत्य विशेष | चर्वरं ( न० ) १ गोपीचन्द्रन | पीलाचन्द्रन । २ हिंगुल। ईंगुर ३ लोबान | गूगुल | वर्वरा } {स्त्री॰ ) १ मक्त्री विशेष | २ तुलसी। वर्वरकं (न० ] चन्दन विशेष | वर्चरीकः ( पु० ) १ घुँघराले बाल २ तुलसी | ३ झाड़ी विशेष | वरः वरः } ( पु० ) बबुर नामक वृक्ष । वर्ष: ( पु० ) हे १ वर्षा । पानी की कड़ी । २ वर्ष ( न० ) ) छिड़काव | ३ वीर्य का बहाव या ढरकाव | ४ साल । ५ पुराणानुसार सातद्वीपों का एक विभाग | ६ हिन्दुस्तान बादल ( केवल पु० में ) अङ्गः (5० ) मास । महीना। भारतवर्य । ७ अंः अंशकः, अम्बु, (न०) वृष्टि का जल । -प्रयुतं, (न० ) दस हज़ार - अस् (पु० ) मह । - अवसानं, (न०) शरदऋतु ।–आघोषः, ( पु० ) मेंडक :-- आमदः, ( पु० ) मयूर । मोर उपः ( पु० ) शोला ।करः, ( पु० ) बादल - करी, (स्त्री० ) मिल्खी। झींगुर । कोशः -- कोषः, ( पु० ) १ मास । २ ज्योतिषी - - गिरिः- पर्वदः, (५० ) पर्वस विशेष /-- जः, (= वर्षेज ) ( वि० ) बरसात में उत्पन्न | -धरः, ( पु० ) १ बादल २ हिजड़ा |--- प्रनिबंधः, ( पु० ) मूखा | अनावृष्टि - मिय ( पु० ) चातक पक्षी - वरः, ( पु० ) खोजा। -~वृद्धिः ( स्त्री० ) वर्षगांठ |~-शतं, ( न० ) शताब्दी सही सौ वर्ष :- लहसं ( न० } एक हजार वर्ष । } वर्धक (वि० ) बरसने वाला । वर्षणं ( न० ) १ वर्षी | वृष्टि | २ छिड़काव वर्षणिः (स्त्री० ) वृष्टि | २ यज्ञ यज्ञीय कर्म । ३ किया ४ वर्तन व्यवहार वर्षा (स्त्री० ) १ व वर्सान का मौसम २ पीड़ा |--कालः, ( पु० ) वर्माती मौसम । ---भू, ( पृ० ) मैठक | २ बीरबहूटी। इन्द्रगोप |-भूः, - थ्वी (स्त्री० ) मंडी /-रात्रः, ( ० ) १ वर्षाऋतु । वार्षिक (वि० ) बरसाती। बरसने वाला । • वार्षिक ( न० ) अगर की लकड़ी । वर्षितं ( न० ) वृष्टि । वर्षा । वर्षिष्ठ (वि० ) १ बहुत बूढ़ा २ बहुत मजबूत । ३ सब से बड़ा । वर्षीयस् (वि०) [वर्षीयसी] १ बहुत बड़ा या पुराना । २ हड़तर | वर्षक ( त्रि० ) [ स्त्री०–चकी ] बरसने वाला | पनीला पानी उड़ेलने वाला 1--अन्दः, - दः (पु०) बादल जल बरसाने वाला। व ( न० ) वपु | शरीर | वर्मन् ( न० ) १ शरीर | देह | २ माप | ऊँचाई ३ सुन्दर रूप वह वर्हण | बर्हिस् । (पु० ) देखो बर्ह बर्ह, बर्हण, चाहण, बहिन, बर्हिस् i बल ( घ० था० ) [ चलते ] १ जाना । समीप जाना । २ घूमना | ३ बढ़ाना १४ (किसी ओर
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७५०
दिखावट