bu वन्य ( ७३७ ) वयं ( म० ) वन की पैदावार --इनर (वि० ) : धम् ( धा०प० ) [ धमति, चन] के करना पालतु :~-गजः --द्वियः, (पु०) जंगली हाथी । न्या (०) महावन । अनेक वन : २ जव । जल की आड़ जल का बड़ा थूकना २ उड़ेलना ३ फेंकना | मारिज करना करना । वपू] ( धा० उभय० ) [ वपति, वपते ] चोना बीज बोना| २ ( पैसा ) फैकना | ३ पैदा करना | ४ चुनना कपड़ा । कपटना | सूँडना | चपः (५० ) १ बीज बोने की क्रिया | २ चीज बोने बाला ३ मुण्डन ४ बुनना चपनं ( ० १ वपनी (स्त्री०)नाई की दुकान भौहार उशाला का वपा ( स्त्री० ) १ सर्व बा २ रम्भ | गुफा ३ सिट्टी का टीका जोडद्वारा पाया गया हो। गा मः ( पु० ) वमन धमथुः ( 30 ) १ कै छ। २ जल जिमे हाथी १ अपनी सूद में भर फैकता है। वसनं ( ० ) १ वन के थूक २ या बाहिर निकालने की क्रिया वाली दवा | की ३ वमन कराने २ सुरखन३ वीर्य वपिलः ( पु० ) पिता जनक चपुचः (पु० ) देठा + पुष्पम् (०) गरी अवतार शारीरिक मनोहर : ( 50 विश्वेदेवों में से चतृ ( पु० पिता एक वयुस् ( म० ) १ व्यक्ति | पुरुप | रूप : आकार | २ सार ३ सौन्दर्य-गुण-कर्क ( पु० ) शारीरिक सौन्दर्यघर, दि० ) शरीर धारी । २ सुन्दर | १ वाला। किसान खेतिहर : २ जनक | ३ कथि PUSRY षयः ( 50 ) | मट्टी की बाल शहरपनाह | २ वर्ष (२० ) } टीला ३ पहाड़ का उतार | ४ लोटी | शिखर २ नदीत | ६ किसी भवन की नींव ७ शहरपनाह का द्वार या फाटक परिखावृत्त का व्यास १० सेव नही का घुस-प्र: (पु० पिता /प्रं, (न० ) i सीसा । वप्रिः ( पु० ) 1 खेत २ समुद्र वप्रो (सी० ) टीला पहाड़ी वन (धा०प० ) [ पन्नति ] जाना । मी (श्री० ) वमन उट बंभारवः म्भार (पु० ) ( पु० ) पशु का रंभामा 1 श्री०) । सीटी/टं न० ) ढीला | i क्यू आर आ०) [ घयते ] जाना : बयनं ( स० ) युनना | च ( न० ) १ उन्न | २ जवानी | ३ पक्षी ४ कौचा-अतिग, अतीत (वि० ) बूढ़ा अवस्था (स्त्री) अवस्था । -कर. (वि०) उम्र बढ़ाने वाला परिणतिः, परिणामः वृद्ध ( पु० ) (वि० ) वयोवृद्ध] युड़ा : स्थ, (वि० ) १ बालिग | जवान | २ बलवान इस 1- स्था, (सी० ) १ सखी | महेबी | - ( वि० ) : समान उम्र वाला २ सहयोगी | वयस्यः ( ० ) मित्र । साथी । वयस्था ( स्त्री० ) सखी सईबी वयुनं (न० ) 1 ज्ञान | बुद्धि सकने की शक्ति । २ मन्दिर बयोधस् ( पु० जवान या अधेड़ उम्र का आदमी। वयोरंगम् न० ) सौला । यो वर् (धा० उ० ) [चरयति चरयते] सौगना । याचना करना पसंद करना : वर (वि० ) १ उत्तम । सर्वोत्तम | २ बेहतर। ०००-३
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