पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७४५

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( ७३८ ( ५० ) चुनने या पसंद करने की क्रिया | २ सुनाव | पसंदगी । ३ वरदान | आशीर्वाद । धनु- ग्रह भेंट पुरस्कार | ५ अभिलाषा । इच्छा ६ याचना | विनय | ७ दूल्हा | पति | ८ चधू । प्रार्थी | ६ दहेज़ | १० दामाद | ११ लंपट आदमी १२ पक्षी चराक (स्त्री० ) वर की माला या गजरा । वह माला जो दुलहिन दूल्हा को पहनाती है। वरकर (पु० ) इच्छा चाहना वर २ चुगा। चरकं (न० ) तोलिया । इस्तर । झाइन । २ जंगल में उत्पन्न होने वाला मूंग । चरटः ( पु० ) १ हंस | २ विरों अनाज | ३ वरं । रैया। ) ( न० ) केसर १- स्त्री || (पु० ) हाथी - अङ्गी (स्त्री० ) हल्दी |-अ, ( न० ) १ सिर २ उत्तम अवयव | ३ सुडौल शरीर । ४ दालचीनी । अङ्गना ( स्त्री० ) सुन्दरी --अर्ह, ( पु० ) वरदान पाने योग्य।-आजी | चरटं ( न० ) कुन्द का फूल । विन्, ( पु० ) ज्योतिपी-आरोह (पु० ) सुन्दर कूल्हे या कमर बाला।-आरोहः, (पु०) उत्तम सवार 1- आरोहा, ( स्त्री० ) सुन्दरी स्त्री । ( पु० ) इन्द्र । - चन्दनं ( २० ) १ काला चंदन | २ देवदारु | तदुः (स्त्री० ) सुन्दरी स्त्री । -तन्तुः, ( पु० ) एक प्राचीन ऋषि का नाम / स्वचः, ( पु० ) नीम का पेड़ - द. ( वि०) १ बरदानदाता | २ शुभ-कः, (पु०) | वरंडः दा, (स्त्री० ) १ एक नदी का नाम | २ कारी | वरण्डः कन्या | दक्षिणा (स्त्री०) वह धन जो वर को विवाह के समय कन्या के पिता से मिलता है। दहेज | दायजा बरंडकः - दानं, (न० ) देवता या बड़ों का प्रसक होने पर कोई अभीष्ट वस्तु या सिद्धि का प्रदान करना । द्रुमः (पु०) अगर का वृक्ष - पत्तः, ( पु० ) वरात - यात्रा, चरण्डकः चरंडा वरण्डा , पक्षी { स्त्री० ) विवाह के लिये वर का अपने इष्टमित्रों | चरना ( स्त्री० ) १ तस्मा : २ घोड़ा या हाथी का जेरबंद | और सम्बन्धियों के साथ कन्या के घर गमन --- वरला ( स्त्री० ) १ हंसी । २ बरैया । फलः, ( पु० ) नारियल 1- वाल्हिकं ( न० ) | वरं (अव्यया० ) अपेक्षाकृत भला। वहतर। केसर 1-~-युवतिः, - युवती, ( स्त्री० ) सुन्दरी वरलः ( पु० ) १ बरैया। जवान औरत /- रुचि ( पु० ) एक अत्यन्त प्रसिद्ध प्राचीन परिडत जो व्याकरण और काव्य, के मर्मज्ञ थे। -लब्धः, (पु० ) चंपा का पेड़। -वत्सला, (स्त्री० ) सास /--वर्णे, ( न० ) सुवर्ण : सोना वर्णिनी, ( स्त्री० ) १ सुवर्ण । सुन्दरी स्त्री । २ स्त्री | ४ लाख २ लक्ष्मी | ६ दुर्गा | ७ सरस्वती वराक (वि० ) [ स्त्री० --वराकी ] प्रियंगुलता नजू वराकः ( ५० ) १ शिव १२ युद्ध | लड़ाई | मिसकीन । बपुरा । अभागा । . वरटा } (०) हंसी । २ या । वर ( न० ) १ चुनाव | पसंदगी २ याचना । प्रार्थना ३ फेरा घिराव ४ पर्दा | चादर ५ वर का चुनाव | लिः, (पु० ) चन्द्रमा 1-ऋतुः | वरणः ( 50 ) : शहरपनाह की दीवाल । २ पुल । ३ वरुण नामक पेड़ उट - माला, ( स्त्री० ) - स्रजू, ( न० ) वह माला जो दुल- वरणसो (स्त्री० ) वाराणसी | काशीपुरी हिन अपने दूल्हा की गरदन में पहनाती है। ) ( पु० ) १ समूह | समुदाय | २ चेहरे पर के मुहाँसे या मुरसे ३ बरामदा १२ घास का ढेर ५ जेब । खीसा । ( पु० ) १ मिट्टी का टीला २ हौदा । ३ दीवाल | ४ मुरसा या मुहांसा | ( स्त्री० ) १ खंजर | धुरी २ सारिका ३ लैंप की बत्ती । } वरा ( स्त्री० ) १ त्रिफला | २ रेणुका नामक गन्ध- द्रव्य | ३ हल्दी पार्वती । गरीब |