पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७४३

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

A वनस्पति + -मालिनी, (श्री० ) द्वारकापुरी का नामान्तर -मृतः, (५०) बादल। सेवमोचा (श्री०) जंगली केला /-राजः (पु० ) सिंह | शेर || - कहूं. ( न० ) कमल का फूल 1 लक्ष्मी | ( स्त्री० ) वनश्र वन की शोभा २ फेला - वासनः, (पु० ) ऊदबिलाव। --वासिन १ वन में बसने वाला २ मुनि वनस्थायिन् श्रीहिः, (पु० ) जंगली चाँवल । वानप्रस्थ | } (3० ( पु० ) प्रशंसक भार | मंदीजन | --शोमनं, ( म० ) कमल /-- श्वन् ( पु० ) शृगाल चीता : ऊदविवाद चंद्रथः } ( पु० ) प्रशंसक। भाट । बंदीजन । वन्धः ( पु० ) मसूर /---सरोजिनी ( श्री० ) कपास का पौधा ।-~स्थः, ( दु० ) 1 हिरन | २ मुनि | धंदनं ( ० ) ३ प्रणाम | नमस्कार ३२ सम्मान -~-स्था ( श्री० ) व अव पूजन | ३ सम्मान या प्रणाम जो ब्राह्मय को किया जाय। ४ मशंसा | तारीफ | वनभूमि धारश्यदेश जंगली ज़मीन । स्थली (श्री० ) विशेष कर वनस्पतिः ( पु० ) १ बड़ा जंगली वृष, यह पैतृ जिसमें पुष्प लगे बिना ही फल लगें। वृष्ठ। चंदनी पेढ़ | वन्दनी चनिन् ( पु० ) वृष । २ सोमलता | ३ वानप्रस्थ | घनिष्णु (वि०) याचक सँगठा | 1 वनी (स्त्री० ) जंगल | वन कुंज इन्य चनेजर: ( पु० ) वनरखा। जंगल में रखने वाला। २ सुनि। ३ वम्यपशु ४ वनमानुप् | ५ राक्षस | बनेज्य: ( पु० ) ग्राम विशेष । पंद (धा० ० ) [ चम्दते, वन्दित ] प्रयाम करना । २ अर्थन करता पूजन करना। ३ प्रशंसा करना । करे वनायुः ( पु० ) एक प्राचीन देश का नाम जहाँ का घोड़ा अच्छा होता था। ( न० ) बनायु | वंदनीय देश में उत्पन्न (घोड़ा)। वनिः ( श्री० ) कामना । अभिलाषा । चनीपकः वनीयकः चंदकः चन्द्रः } (3० ) भिक्षुक | भिखारी । चंदना } ( स्त्री॰ ) हरताल | वनिका ( स्त्री० ) छोटा बन अनिता ( स्त्री० ) १ स्त्री । २ परमो ! स्वामिनी | ३ चंदा } ( स्त्री० ) भिखारिनी । कोई भी प्रेमपात्री ( माशूका ) स्त्री | ४ पशु की | मादा [--- -द्विधू ( पु० ) स्त्रियों से घृण बाला! -विलासः (g० ) स्त्री का आमोद करने | - प्रमोद | बनेकिंशुकः ( पु० ) जंगल का किंशुक । अर्थात् वह वस्तु जो वैसे ही बिना माँगे मिले। जैसे बन में किंशुक बिना मोंगे या प्रयास किये मिलता है. } बनेचर ( न० ) वन में रहने वाला। } (स्त्री० ) १ अर्चेन । पुजन । २ ) ( स्त्री० ) १ पूजन | पर्यन याचना ३ एक धर्क --माला, - मलिका, (स्त्री०) बंदलदार | ( वि० ) प्रणाम करने योग्य सम्मान- प्रशंसा । | २ प्रशंसा जो मृतक को जीवित चन्द्रनीय } नीय । चंदनीया चन्दनीया चंदाह ) ( वि०) १ प्रशंसा करने वाला | २ श्रद्धेय । वन्दास ) माननीय । (ऋ० | प्रशंसा | चंदिन ( 30 ) ११ बंदीजन | भाट १२ कैदी । वन्दन् ( ० ) बंदी | वंद्री ( स्त्री० ) देखो वंदी - पालः, (पु० ) वन्दी } जेलर बंदी का । यंद्य ) ( वि० ) 1 पूज्य २ प्रणम्य ३ प्रशंस्य । चन्द्य 3 प्रशंसा है। पूजक पूजा करने वाला। वंद्र ) ( पु० ) वन्द्रः ) भक्त | चंद्रं वन्द्रं ( न० ) समृद्धि | I वन्य ( वि० ) 1 वन का। धन सम्बन्धी जंगली २ वहशी ।