संवत् ( जी का नामान्तर ।-अन्तरं, (२०) आगे का या पिछला अस्तित्व |-अब्धिः अर्णवः समुद्रः, -सागरः, - सिन्धुर, (पु० ) सोसा- - रिक जीवन रूपी सागर ।-आत्मजः, (पु० ) गणेश जी या कार्तिकेय के नामान्तर । -उच्छेदः, ( पु० ) सांसारिक जीवन का नाश /- तितिः, ( श्री० ) जन्मस्थान 1- घस्मरः ( पु० ) | दावानल | विदु (वि० ) सांसारिक जीवन के बंधनों का काटने वाला। पुनर्जन्म रोकने वाला ! छेदः (पु० ) पुनर्जन्म की रोक |~दारु, (२०) देवदार वृष -भूतिः, ( 3 ) एक प्रसिद्ध संस्कृत कवि । -रुद् ( पु० ) वह ढोल जो किसी के मरने पर पीटा जाता है। मातमी ढोल - घोति, (खी० ) सांसारिक प्रपञ्च से छुटकारा भवत् ( वि० ) [ स्त्री - भवन्ती ] १ होने वाला | २ वर्तमान | /- भवतो (खी० ) आप | पैदायश 1 भवदीय (वि० ) यापका। तुम्हारा। भवनं ( न० ) १ अस्तित्व २ उत्पत्ति मकान डेरा इमारत ६ प्रकृत-उदरं (२०) घर के भीतर का स्थान -पतिः, -स्वामिन, ३ घर महल ४ स्थान ¡ आधार ( पु० ) पेशवा खान्दान। घर का बड़ा बुढ़ा • वर्तमान समय इस बीच में भवंतः भवन्तः भवनिः log ) भयंती भवन्ती (स्त्री० ) पतिव्रता या सती पत्नी पर्वत । भवानी (०) पार्वती का नाम जो शिव जी की पत्नी हैं। गुरुः, (पु० ) हिमालय पतिः (पु० ) शिव जी का नाम । भवागत (वि० ) [ श्री० -भवाद्वती] भवादश (वि० )[ स्त्री० --भवादूशी भवादृश ( दि० )[स्त्री० १०-भवाद्वणी] J 1 तरह। भविक ( वि० ) [ कारी लाभकारी समुद्रशाली। आपकी तरह।. तुम्हारी + श्रो०- भविको ] गुण- उपयुक्त | उपयोगी | २ प्रसन मथ, अषक. भविकं ( म० ) कुशलता समृद्धि । भवितव्य (वि० ) होने वाला भावी होनहार भवितव्यं ( न० ) जो अवश्यम्भावी है। भक्तिव्यता ( स्त्री० ) १ होती । भावी | होनहार | २ मारध। भाग्य | किस्मत | भविद् (वि० ) [ खी० - भवित्री ] भविष्यत् । होनहार | " भवितः ( पु० ) कवि | [ इस अर्थ में, किन्तु पुल्लिङ्ग में "भगिनिन " शब्द का भी प्रयोग होता है।] भविलः ( पु० ) १ उपपति ज्ञार । धाशिक | २ संप | कामी : भविष्य ( वि० ) 1 होने वाला । २ धनेच्छुक | धन- दौलत की कामना रखने वाला। फाल । २ प्रया- सन निकट भविष्य (वि० ) १ वर्तमान काल के उपरान्त आने वाला समय थाने वाला काल । २ प्रस्यालन | निकट भविष्यं (न० ) आने वाला काल । - ज्ञानं, (म० ) आने वाले समय या घटना की जानकारी - पुरा. ( म० ) अष्टादश पुराणों में से एक। भविष्यत् (चि० ) [ स्त्रो०- - भविष्यती या भविष्यन्ती ] होने के ( वि० ) आगे होने वाली घटनाओं का बतलाने वाला पेशीन गोई करने वाला। . वक्त्रवादिन - भव्य (वि० ) मौजूर । विद्यमान वर्तमान १२ होने वाला | ३ बहुत करके होने वाला | भा ४ उपयुक्त ठीक । उचित योग्य उम्दा उकृष्ट ६ शुभ । भाग्यवान प्रसन्न । ● मनोहर | सुन्दर शान्त र सत्य भव्या ( स्त्री० ) पार्वती का नाम भव्यं ( ० ) १ अस्तित्व | २ थाने वाला काल । ३ परिणाम | फल |8 शुभपरिणाम समृद्धि | भषः भषक: भष् (धा०प० ) [ भवति ] भूकता | गुरांना २ गालियां देना डॉटना। डपटना । ( पु० ) कुता । श्वान
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