परिसर्या ( स्त्री० परीसर्या ( स्त्री० परिसारः (पु० परीसारः ( पु० परिसर्या ( १ इधर उधर घूमना फिरना || २ फेरी । परिस्तरणम् ( न० ) १ चारों ओर फैलाना या विछाना | बखेरना | २ आवरण | आच्छादन । परिस्फुट (वि०) १ बिल्कुल साफ । प्रत्यक्षगोचर | ३ स्पष्टगोचर | पूर्णवृद्धि | पुरा फूला हुआ। पूरा बढ़ा हुआ। [ खिलाना | परिस्फुरणम् ( म० ) कंप थरथराहट । २ परिस्यन्द ( पु० ) चूना | टपकना । रिसना २ बहाव । धारा ३ अनुचरवर्ग | परिस्रवः ( पु० ) १ बहाव | धार । २ फिसलाइट | ३ नदी । परिस्रावः ( पु० ) बहाव प्रवाह | फूटना। निकास । ४८५ ) परिस्रुत् १ ( स्त्री० ) १ मदिरा विशेष | २ टपकना । परिस्रुता । चूना। बहना ।
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परिहत ( वि० ) ढीला | परिहरणं ( पु० ) १ त्याग परित्याग । २ बचाव | निवारण | ३ खण्डन । ४ पकड़ना | ले जाना। परिहारः ) ( पु० ) १ सजना | त्यागना | छोड़ना । } परोहारः ) २ हटाना। अलग करना। दूर करना । ३ निराकरण | खण्डन । ४ वर्णन न करना । छूट | छोड़ जाना ६ दुराव छिपाव । ७ ग्राम के समीप का भूमिखराह या परती जमीन जो सब ग्रामवालों की समझी जाय = अपमान | तिरस्कार | आपत्ति। एतराज़ परिहाणिः) (स्त्री०) १ कमी । घटती । घाटा । रानः || २ | अधःपतन । परिहार्य (वि० ) त्याज्य जिसका परिहार किया जा सके। जिससे बचा जा सके। परिहार्यः ( पु० ) कण | ककना । परिहासः ) ( पु० ) १ इसी । मज़ाक | दिल्लगी। परीहासः । ठट्ठा २ क्रीड़ा | खेल | ३ चिड़ाना । - वेदिन, ( पु० ) विदूषक । भाँद । मसखरा । परित ( व० ० ) १ त्यागा हुआ | छोड़ा हुआ | २ खण्डन किया हुआ | ३ पकड़ा हुआ । थामा हुआ | ४ पवित्र भ्रष्ट स्याज्य परीक्षकः ( पु० ) परीक्षा लेने वाला अनुसन्धान करने वाला । न्यायकर्ता । 1 परीक्षणम् (२० ) आँच परीक्षा ( स्त्री० ) जाँच इम्तहान | परीक्षित् ( पु० ) अर्जुन के पौत्र औौर अभिमन्यु के पुत्र का नाम । परीक्षितं ( न० च० कृ० ) जाँचा हुआ | पड़ताला परीक्षा | पड़ताल | आज़माइश परीत ( व० कृ० ) १ घिरा हुआ। २ बीता हुआ । गुज़रा हुआ। ३ जमा हुआ। ४ पकड़ा हुआ | अधिकृत किया हुआ । परीताप परीपाक परीवार परवाह परीहास देखो परिताप । परोप्सा ( स्त्री० ) १ किसी वस्तु की प्राप्ति की कामना । २ शीघ्रता । खरा । परीरं ( न० ) फल | परीरणम् ( न०) १ कछवा । २ छड़ी | ३ पहशाटक। वस्त्र विशेष । परीष्टिः ( स्त्री० ) १ अनुसन्धान खोज सहकी- कात । २ सेवा। चाकरी उपस्थिति । ३ मान । पूजा । सम्मानप्रदर्शन | परुः ( पु० ) १ गाँठ | जोड़ । २ लंग । हचक १३ अवसर ४ स्वर्ग २ पहाड़ पर्वत । परत् (अन्यथा० ) गतवर्ष । परुद्वारः ( पु० ) घोड़ा। परुष (वि०) १ कढ़ा । कठोर। फर्कश सव्रत । अत्यन्त रूखा या रसहीन । २ अप्रिय बुरा लगने वाला। ३ निष्ठुर । निर्दय | ४ तोचण। प्रचण्ड | उग्र । तीव्र | २ घाम । गाउदी। सुस्त श्रालसी । ६ मैला कुचैला । -इतर ( वि० ) मुलायम । कोमल । उतिः, वचनं, ( न० ) कुवाच्य या सम्रतकलामी । परुषम् ( न० ) कठोर शब्द या कथन। कुवाच्य । परुत् ( न० ) १ पोरथ | गाँठ | जोड़ | २ अवयव । शरीरावयव ।