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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/३४६

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( जमव जैह्मच ( न० ) टेढ़ापन | कुटिलता असल्य जोगट: (पु०) गर्भवती स्त्री की रुचि या इच्छायें। ( पु० ) शिव का नाम । जोटिंगः जोटिङ्ग 1 जोषः ( पु०) १ सन्तोष उपभोग प्रसन्नता हर्ष । २ खामोशी । शान्ति । ' जोपं (अन्यथा० ) १ अपनी इच्छानुसार सहज में । २ सुपचार | जापित } (स्त्री॰) औरत । स्त्री | जोषिका (सी० ) १ कलियों का गुच्छा २ स्त्री। इ (वि० ) समासान्त शब्द के अन्त में जुड़ता है। १ ज्ञाता । अवगत परिचित शः (पु० ) १ बुद्धिमान एवं विद्वान मनुष्य | २ बोधसम बुद्धिमान | श्रात्मा३ बुधग्रह ४ मह ५ मा । ज्ञपित ) ( वि०) अवगत | जाना हुया। सिखाया हुआ। व्याख्या किया हुआ । शतिः ( स्त्री० ) 1 समझ २ वुद्धि ३ प्रकटन ज्ञप्त , ३३९ ) ज्यायस् 2 शानं ( न० ) १ जानकारी समझदारी | दक्षता । निपुणता । २ बोध । विद्वत्ता ३ विवेक ४ आत्मज्ञान ५ ज्ञानेन्द्रिय अनुत्पादः (पु०) अज्ञानता। मूर्खता - आत्मन, (वि० ) सर्व- विद्र। वुद्धिमान 1 - इन्द्रियं ( न० ) ज्ञानेन्द्रिय जो पाँच हैं ( यथा स्वच, रसना, चास्, कर्ण, नासिका ) 1-काण्डम् ( न० ) वेद का भाग विशेष, जिसमें धात्मा और परमात्मा सम्बन्धी ज्ञान है। -कृत, ( वि० ) जानबूझ कर किया हुआ | -गम्य, (वि० ) ज्ञान से जानने योग्य -चक्षुस्, ( पु० ) बुद्धिमान | विद्वान - तत्वं, ( न० ) सत्यज्ञान प्रह्मज्ञान-तपस्, ( न० ) तपस्या जो सत्यज्ञान सम्पादनार्थ की जायदः, ( पु० ) गुरु | दा ( श्री० ) सरस्वती - - टुक्ल, (वि० ) ज्ञान शून्य- निष्ठ (वि० ) सत्य अथवा आध्यात्मिक ज्ञान सम्पादन में तत्पर। -यज्ञः, (पु० ) दार्शनिक - शास्त्र ( म० ) भविष्य कथन का विज्ञान भाग्य में लिखे को बताने की विद्या साधनम्, ( न० ) ज्ञानेन्द्रिय | प्रख्यापन । 1 झा (घा० उभय० ) [ जानाति, जानीते, ज्ञात ] १ जानना। परिचित होना। २ ढूँद निकालना। पता लगा लेना। अनुसन्धान करना। ३ समझ लेना। ४ जाँचना परीक्षा करना। २ पहचान लेना । ६ सोचना विचारना । किसी काम में लगना - ( निजम्स ) [ ज्ञापयति ज्ञापयति ] १ सूचना देना प्रकट करना २ प्रार्थना करना । ज्ञात ( वि० ) जाना हुआ दर्यात किया हुआ | | समझा हुआ सीखा हुआ सिद्धान्तः (पु) | वह मनुष्य जो किसी भी शान की पूर्ण रूप से जानकारी रखता हो। ज्ञातेयं ( न० ) नातेदारी ज्ञातृ (१०) बुद्धिमान यादमी २ परिचित ३ जमानत | प्रतिभू । ज्ञानतः (अन्यवा० ) जान बुक कर इरादतन ज्ञानमय ( वि० ) आध्यात्मिक ज्ञान सम्पन्न | 1 ज्ञानमयः (पु० ) परवल २ शिव । ज्ञानिन् (वि० ) [ स्त्री० - ज्ञानिनी ] बुद्धिमान प्रतिभावान । ( पु० ) ज्योतिषी | भविष्यद्वक्ता | २ ऋषि मुनि । ज्ञापक (वि० ) जतलाने वाला बतलाने वाला। झापकं ( न० ) बतलाना प्रकटन सूचन ज्ञापकः ( पु० ) १ शिक्षक | २ आज्ञा देने वाला। प्रभु ज्ञातिः (पु० ) पैतृक सम्बन्ध | पिता | भाई आदि। ज्ञापित (वि० ) जाना हुआ। सूचित किया हुआ। सपिण्ड । विरादरी । -भावः, (पु०) विरादरी। शोप्सा (सी० ) जानने की अभिलाषा । रिश्तेदारी | नातेदारी । -भेदः, (पु०) नातेदारी | ज्या ( स्त्री० ) १ कमान की डोरी। प्रत्यन्चा। रोदा में मतानैक्य । मतभेद । - विद्रु, (वि० ) नगीची नातेदारी करने वाला। 6 २ वृत्ताँश की सरल रेखा ३ पृथ्विी | ४ जननी । माता । ज्यानिः ( स्त्री० ) १ बुढ़ापा । जीर्णता । २ त्याग। विराग ३ नदी स्रोत । घरमा । ज्यायस् (वि० ) [ स्त्री० - ज्यायसी ] मला ।