अपाङ्गः अपाङ्गः ( पु० ) १ आँख का कोया २ सम्प्र- अपाङ्गकः 5 दाय सूचक माथे पर का चिन्ह | ३ काम- देव -दर्शनं, (न० ) -दृष्टि: ( स्त्री० ) -विलोकित, (न०) वोक्षगणं, (न०) कनखियों से देखना। आँख मारना । अपाच ( वि०) १ पश्चात्भाग में स्थित पीछे। पांच नखुला। अस्पष्ट । ३ पाश्चात्य । ४ दक्षिणी । दक्षिण का। अपाची ( स्त्री० ) दक्षिण या पश्चिम दिशा । अपाचीन ( वि० ) १ पीछे को घूमा हुआ। पीछे को सुड़ा हुआ २ अदृश्य। जो न देख पड़े।३ दक्षिण का पश्चिम का | सामने का उल्टा । अपाच्य (वि० ) दक्षिणी या पश्चिमी । अपाणिनीय (वि०) १ पाणिनी के नियमों के विरुद्ध । २ वह जिसने पाणिनी का व्याकरण भली भाँति न पढ़ा हो । संस्कृत भाषा का मामूली ज्ञान । अपात्रं (न०) १ कुपात्र बुरा वरतन। अयोग्यपुरुष । दान देने के लिये अयोग्य व्यक्ति | निन्दित । दुराचारी । अपात्रीकरणम् ( न० ) निन्दित कर्म करने वाला। अयोग्यता। नौ प्रकार के पापों में से एक। १ (०) हटाना। अलगाव । विभाग | २ व्याकरण में पांचवाँ कारक । अपाध्यन् ( पु० ) बुरा मार्ग | अपान: ( पु० ) १ शरीर में नीचे रहने वाला पवन । पाँच प्राण वायुओं में से एक | यह गुदा मार्ग से निकलता है। २ गुदा। अपावृत (वि० ) सत्य असत्य से मुक्त । पाप ) ( वि० ) पापरहित विशुद्ध | पवित्र | अपापिन् । धर्मात्मा । पां (अप् का बहुवचन ) -- ज्योतिम्, (न०) विजली विद्युत ।-~~-नपान्, सावित्री और अग्नि की उपाधि । २ - नाथः, ( पु० ) पतिः, (१०) १ समुद्र | वरुण का नाम । - निधिः, ( पु० ) १ समुद्र | २ विष्णु का नाम । -पाथम्, ( न० ) भोजन | - पित्तं, (न० ) अग्नि । -- योनिः, ( पु० ) समुद्र | अपामार्गः ( पु० ) चिचड़ा। अज्जाभारा । (०) धोना। साफ करना । ( रोग आदि को ) दूर करना । अपित प्रषायः (पु० ) १ प्रस्थान २ वियोग अलगाव । ३ अदृश्यता । तिरोहितता । अविद्यमानता । सर्वनाश | ४ हानि | चोट अपार ( वि० ) १ पार रहित २ असीम । सीमा- रहित । ३ जो कभी चुके ही नहीं । बहुत । ४ पहुँच के बाहिर । ५ जिसके पार कठिनता से हुआ जाय। जिससे पार पाना कठिन हो । व्यपारम् (न० ) नदी का दूसरा तट पा (वि० ) १ दूर । फासला । २ समीप | अपार्थ ) ( वि० ) निकम्मा | हानिकारी । निरर्थक | अर्थहीन | १ घेरा । २ छिपाव | बुराव व ( न० ) अपावृत्तिः (स्त्री० ) ) अपावर्तनम् (न० ) | १ लौट जाना | पीछे चला अपावृत्तिः ( स्त्री० ) | जाना | भाग जाना । २ क्रान्ति । अपाश्रय ( वि० ) निराबलम्ब असहाय । अपाय: ( पु० ) १ आश्रय | आश्रयस्थल । २ चन्दोवा | शामियाना। शीर्ष । अपासंगः } ( पु० ) तरकस । अपाङ्गः पानं (०) १ फैकदेना। रही कर देना । २ त्याग परित्याग | ३ नाश | अपार (न० ) प्रस्थान | हटाना। पासु (वि०) निर्जीव । मृत यपि (अव्यया• ) सम्भावना प्रश्न । शङ्का गर्दा । समुद्दय । अनुज्ञा । अवधारण । भी । ही । निश्चय । ठीक । अपिगीर्ण ( वि०) १ प्रशंसित । प्रसिद्ध | २ | कथित । वर्णित अपिच्छिल ( वि० ) गँदला नहीं। स्वच्छ । साफ अपितृक (वि० ) १ पितारहित । २ पैतृक या पुश्तैनी नहीं । अप्रैतृक । अपिज्य (वि० ) पैतृक नहीं। अपिधानं - पिधानं ( न० ) ढकना | आच्छादन | अधिः (स्त्री० ) छिपाव | दुराव | ध्यपिव्रत (वि०) किसी धर्मानुष्ठान में भाग लेनेवाला । रक्तसम्बन्ध युक्त |
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